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Akshaya Tritiya 2025: किन चीज़ों की खरीदारी से बचें, वरना बिगड़ सकती है किस्मत

धर्म और ज्योतिष

अक्षय तृतीया 2025: आस्था के साथ जुड़ी ये सावधानियां

अक्षय तृतीया का नाम सुनते ही जेहन में सोना-चांदी की खरीदारी, नए कपड़े और धन-संपत्ति की उम्मीदें उभर आती हैं। हर साल यह त्योहार हिंदू समुदाय में घर-परिवार के लिए प्रगति और अपार सफलता के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, इस शुभ दिन पर कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन्हें खरीदना भारी अशुभ माना जाता है? भारतीय संस्कृति और ज्योतिष के मुताबिक अगर कोई इन सावधानियों की अनदेखी करता है, तो सौभाग्य की जगह दुर्भाग्य घर में प्रवेश कर सकता है।

लोग समझते हैं कि अक्षय तृतीया पर कुछ भी खरीदना शुभ होता है, लेकिन इस दिन बेख्याल होकर की गई गलत खरीददारी जीवन में परेशानी की वजह बन सकती है। खासतौर पर उन चीजों को खरीदने की मनाही है, जो नकारात्मक ऊर्जा, आपसी टकराव या अशांति का कारण बनें। चलिए, एक-एक करके समझते हैं कि कौन सी चीजें 'ना' की लिस्ट में आती हैं और क्यों।

कौन-कौन सी चीजें न खरीदें अक्षय तृतीया पर?

कौन-कौन सी चीजें न खरीदें अक्षय तृतीया पर?

  • तेजधार या धारदार वस्तुएं: चाकू, कैंची या कोई भी कटिंग टूल इस दिन खरीदने से सबसे ज्यादा मना किया जाता है। लोग मानते हैं कि ये चीजें घर की पॉजिटिव एनर्जी काट देती हैं और परिवार में फूट डाल सकती हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, इन वस्तुओं से रिश्ते कमजोर होते हैं और क्लेश पैदा होता है।
  • काले रंग की चीजें: चाहे वो कपड़ा हो, बैग हो या सजावट का सामान—काले रंग से जुड़ी हर चीज इस दिन वर्जित मानी जाती है। काला रंग पश्चिमी मान्यताओं में फैशन का रंग हो सकता है, पर भारतीय ज्योतिष में इसे दुर्भाग्य का प्रतीक कहा गया है।
  • स्टील, आयरन, एल्यूमिनियम या प्लास्टिक के बर्तन: अक्षय तृतीया पर जहां चांदी, पीतल, तांबे या सोने के बर्तन खरीदना शुभ है, वहीं लोहे, स्टील व एल्यूमिनियम के बर्तन अशुभ माने गए हैं। कहा जाता है कि इन धातुओं का इस्तेमाल करने से धन की देवी लक्ष्मी अप्रसन्न होती हैं और बरकत में कमी आ जाती है।
  • कांटेदार पौधे: कैक्टस या किसी भी कांटे वाले पौधे को इस दिन घर लाना पूरी तरह वर्जित है। ये न सिर्फ घर में नेगेटिव एनर्जी लाते हैं, बल्कि राहु-केतु जैसे ग्रहों की अशुभता को भी बढ़ा सकते हैं। तुलसी और मनीप्लांट जैसे शुद्ध, हरे पौधों को ही अक्षय तृतीया पर खरीदा या लगाया जाता है।
  • सेकंड हैंड चीजें: पुराने या दूसरों के इस्तेमाल किए हुए सामान की खरीदारी से अक्षय तृतीया पर दूरी बनाए रखना बेहतर है। मान्यता है कि ऐसी चीज़ों से पुराने मालिक की ऊर्जा लग जाती है, जिससे घर का वातानुकूलन प्रभावित होता है और सुख-शांति में बाधा आती है।
  • चमड़े या लेदर के उत्पाद: चमड़े से बनी बेल्ट, पर्स, बैग या जूते-चप्पल अक्षय तृतीया के दिन खरीदना अहितकारी माना गया है। हिंदू परंपरा में चमड़े की चीजें अशुद्ध और तामसिक प्रकृति की मानी जाती हैं, इसलिए ऐसे सामान से बचें।
  • आर्थिक जोखिम वाले लेन-देन: लोन लेना-देना, सट्टा लगाना या जुआ खेलना इस दिन सचमुच बड़ा मनाही साबित होता है। ऐसे कामों को अक्षय तृतीया के शुभ उर्जा के अनुरूप नहीं माना जाता और ये भविष्य में आर्थिक हानि और विवाद की वजह बन सकते हैं।

कई बार ऐसा देखा गया है कि लोग ट्रेडिशन या फैशन के चक्कर में वे चीजें भी खरीद लेते हैं, जिनकी खरीददारी को पुरानी पीढ़ियां अशुभ मानती थीं। लेकिन अगर शुभता बनी रहे और घर-परिवार की खुशहाली चाहते हैं, तो इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

अक्षय तृतीया का असली संदेश यही है कि हम धन पाने के साथ-साथ शुद्धता, पवित्रता और सकारात्मक सोच को भी प्राथमिकता दें। त्योहार की रौनक तभी बढ़ती है, जब हम सच्चे मन से सही चीजें चुनें और उन परंपराओं का सम्मान करें जो सदियों से परिवारों को जोड़ती आई हैं।

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