• घर
  • ChatGPT: वास्तविक समय की जानकारियों के साथ अब एक ब्राउज़र आधारित सर्च इंजन

ChatGPT: वास्तविक समय की जानकारियों के साथ अब एक ब्राउज़र आधारित सर्च इंजन

प्रौद्योगिकी

ChatGPT के विकसित होने की कहानी: नए युग की शुरुआत

जब से OpenAI ने ChatGPT को लॉन्च किया था, तब से यह तकनीकी दुनिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक बन चुका है। इसने हाल ही में एक बड़ा विकास करते हुए खुद को एक ब्राउज़र आधारित सर्च इंजन के रूप में प्रस्तुत किया है। यह नई प्रणाली उपयोगकर्ताओं को रियल-टाइम लिंक, मौसम की जानकारी, खेल स्कोर, स्टॉक्स, और ताजा समाचार जैसी सुविधाएं प्रदान करती है। इसका मतलब है कि अब उपयोगकर्ता केवल सवाल पूछने तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि उन्हें त्वरित और प्रासंगिक वेब स्रोतों के लिंकों के साथ जवाब भी मिलेंगे।

नए उपकरण का विस्तार: किसके लिए और कैसे?

यह नया फीचर ChatGPT Plus और टीम उपयोगकर्ताओं के लिए ChatGPT.com, डेस्कटॉप और मोबाइल ऐप्स पर पहले ही उपलब्ध है। यह सेवा धीरे-धीरे एंटरप्राइज और एजुकेशन सेक्टर में भी विस्तारित की जा रही है, जबकि फ्री उपयोगकर्ताओं के लिए इसे अगले कुछ महीनों में जारी किया जाएगा। OpenAI ने अपनी यह नवीनतम पहल इस उद्देश्य के साथ की है कि यह खोज इंजन कार्यक्षमता आगे भी क्रमिक रूप से बेहतर होगी। विशेष रूप से खरीदारी और यात्रा के क्षेत्र में यह नई प्रणाली महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।

यात्रा: OpenAI की खोज विकास का केंद्र

OpenAI अपने खोज इंजन विकास में यात्रा को एक प्राथमिक क्षेत्र मानता है। इसकी झलक हमें तब मिली जब पांच दिनों की यात्रा की योजना बनाई गई थी – सैन फ्रांसिस्को से सांता बारबरा तक कैलिफोर्निया के प्रशांत कोस्ट हाईवे के साथ। यह यात्रा योजना विभिन्न स्रोतों की जानकारी और लिंक्स जैसे Californiacrossings.com, नेशनल जियोग्राफिक, California.com, और Travel + Leisure से प्राप्त की गई थी। इस प्रकार की यात्रा जानकारी एक बड़ा फायदा साबित हो सकती है।

ChatGPT और Google की प्रतिस्पर्धा

इस नवीनतम विकास ने गूगल के लिए एक दीर्घकालिक चुनौती पेश कर दी है, जो अपनी खुद की AI प्रॉडक्ट, Gemini, पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस समय ChatGPT.com पर कोई विज्ञापन नहीं है, और इसके साथ एक क्रोम एक्सटेंशन भी उपलब्ध है, जिससे उपयोगकर्ता ChatGPT को डिफॉल्ट सर्च इंजन बना सकते हैं। यह एक संभावना है कि जैसे-जैसे यह सेवा लोकप्रिय होगी, यह पारंपरिक सर्च इंजनों की काम करने की प्रक्रियाओं में व्यापक परिवर्तन ला सकती है।

समारोप: एक नवाचार जो आने वाले समय में परिपक्व होगा

OpenAI ने यह साबित कर दिया है कि एआई के क्षेत्र में निरंतर नवाचार ही मौजूदा चुनौतियों का समाधान है। ChatGPT का नया स्वरूप एक ऐसी दिशा की ओर इशारा करता है जहां तकनीक और मानवता एक साथ आ सकते हैं। उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार लाने के लिए यह प्रयास एक महत्वपूर्ण कदम है। यह देखना रोमांचकारी होगा कि भविष्य में तकनीक और किन ऊंचाइयों को छूती है। यह अद्वितीय विकास केवल आज के उपयोगकर्ताओं को ही नहीं बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगा।

टिप्पणि

  • Shreyash Kaswa

    Shreyash Kaswa

    2/नव॰/2024

    ये तो बहुत अच्छी बात है! भारत के लिए भी ये टूल बहुत उपयोगी होगा। हमारे छात्र और शोधकर्ता अब बिना गूगल के भी सही जानकारी पा सकेंगे। ये एआई की असली ताकत है।

  • Sweety Spicy

    Sweety Spicy

    2/नव॰/2024

    अरे भाई, ये सब बकवास है। एआई जो कुछ भी बोलता है, वो उसकी ट्रेनिंग डेटा पर निर्भर करता है। अगर डेटा बायस्ड है तो जवाब भी बायस्ड होंगे। और हाँ, गूगल अभी भी बेहतर है - क्योंकि वो असली वेब को स्कैन करता है, न कि बस एक लैंग्वेज मॉडल का जादू।

  • Maj Pedersen

    Maj Pedersen

    2/नव॰/2024

    इस नवाचार को देखकर मुझे बहुत उत्साह हुआ! खासकर जब ये शिक्षा और यात्रा के क्षेत्र में लागू होगा, तो छोटे शहरों के लोगों को भी बराबर अवसर मिलेंगे। ये तकनीक का वास्तविक उपयोग है - लोगों की जिंदगी आसान बनाना।

  • Ratanbir Kalra

    Ratanbir Kalra

    2/नव॰/2024

    ये ब्राउज़र आधारित सर्च इंजन है या नहीं है ये तो बात है पर एआई का दिमाग कैसे काम करता है ये तो कोई नहीं जानता जो बोल रहा है वो भी नहीं जानता कि वो क्या बोल रहा है और ये सब एक बड़ा धोखा है जो लोगों को आसानी से भरोसा करने के लिए बनाया गया है

  • Seemana Borkotoky

    Seemana Borkotoky

    2/नव॰/2024

    मैंने इसे आज ट्राई किया - अरुणाचल के एक छोटे से गाँव के बारे में पूछा तो उसकी एक अज्ञात त्योहार की जानकारी दे दी जो मैंने कभी नहीं सुनी थी। ये तकनीक सिर्फ उपयोगी नहीं, बल्कि अनुभव बदल देती है।

  • Sarvasv Arora

    Sarvasv Arora

    2/नव॰/2024

    ओए ओए, ये सब बहुत बढ़िया है - लेकिन अगर ये टूल अमेरिकी कंपनी का है तो फिर हमारे देश की भाषाओं के लिए ये कितना अच्छा है? ये तो डिजिटल कॉलोनियलिज्म है। अब तो हम सब अंग्रेजी में सोचने लगे हैं, और ये एआई हमें और भी उसी में फंसा रहा है।

  • Jasdeep Singh

    Jasdeep Singh

    2/नव॰/2024

    ये तो बस एक और गूगल का नया नाम है। ये एआई बस डेटा को रीफ्रेश करता है और उसे बहुत बड़े शब्दों में पेश करता है। आपको पता है कि इसके पीछे कितने डेटा सेंटर चल रहे हैं? कितनी ऊर्जा खर्च हो रही है? और फिर भी ये लोग इसे ‘इनोवेशन’ कह रहे हैं? ये तो एक बड़ा ग्रीनवॉश है। ये सब बस एक बड़ा गुमराह करने वाला ट्रिक है जिससे आपको लगे कि आप आगे बढ़ रहे हैं।

  • Rakesh Joshi

    Rakesh Joshi

    2/नव॰/2024

    ये बहुत बढ़िया है! भारत के छोटे शहरों में जहाँ इंटरनेट धीमा है, ये एआई सर्च उन्हें बिना लोडिंग के सही जानकारी दे सकता है। हमें इसे अपनाना चाहिए - इसे बढ़ावा देना चाहिए। भारत इसे दुनिया के लिए एक नमूना बना सकता है!

  • HIMANSHU KANDPAL

    HIMANSHU KANDPAL

    2/नव॰/2024

    ये सब तो बहुत अच्छा है... लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि अगर ये एआई एक दिन अपने आप को बेहतर बनाने लगे तो? क्या वो हमें अपने लिए फैसले लेने के लिए बाध्य कर देगा? ये एआई जिस तरह से बात करता है, वो ऐसा लगता है जैसे वो हमें बच्चों की तरह समझ रहा है।

  • Arya Darmawan

    Arya Darmawan

    2/नव॰/2024

    मैंने इसे अपने क्लासरूम में ट्राई किया - बच्चों ने एक दिन में 200+ सवाल पूछे। उन्हें लगा कि वो एक असली टीचर से बात कर रहे हैं। ये टूल न सिर्फ जानकारी देता है, बल्कि सीखने का तरीका बदल रहा है। अगर हम इसे सही तरीके से इस्तेमाल करें तो ये शिक्षा क्रांति ला सकता है।

  • Raghav Khanna

    Raghav Khanna

    2/नव॰/2024

    मैं इस विकास को बहुत गंभीरता से लेता हूँ। एआई-आधारित खोज इंजन का उपयोग विश्वसनीयता, नैतिकता और डेटा सुरक्षा के संदर्भ में विस्तृत मूल्यांकन की आवश्यकता है। यह अवसर अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके साथ जुड़े जोखिमों का भी ध्यान रखना आवश्यक है।

  • Rohith Reddy

    Rohith Reddy

    2/नव॰/2024

    ये सब बस एक ट्रैक है। गूगल को नीचे गिराने के लिए बनाया गया है। और फिर जब लोग इस पर निर्भर हो जाएंगे - तो वो अपने डेटा को बेचने लगेंगे। ये एआई नहीं, ये एक डिजिटल शिकारी है जो आपकी आदतों को सीख रहा है और आपको बेच रहा है। और आप इसे ‘उन्नति’ कह रहे हैं।

एक टिप्पणी लिखें