जब जेसन रॉय ने 38 गेंदों में 61 रन बनाए, तो इंग्लैंड की टीम ने बांग्लादेश को टी20 विश्व कप 2021 में 8 विकेट से धूल चटाई। यह मुकाबला आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप 2021 के सुपर 12 समूह 1 के दौरान दुबई में खेला गया, जहां बांग्लादेश के कप्तान महमूदुल्लाह रियाद ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। बांग्लादेश ने 124 रन बनाए, जबकि इंग्लैंड ने सिर्फ 13.5 ओवर में टारगेट पूरा कर लिया — यह न सिर्फ एक जीत थी, बल्कि एक दिखावा था कि इंग्लैंड अभी भी टूर्नामेंट का सबसे खतरनाक दावेदार है।
रॉय का बर्बर बल्लेबाजी ने बदल दी गेम की गति
जब बांग्लादेश की टीम ने 124 रन बनाए, तो कई लोगों को लगा कि यह टारगेट बहुत आसान नहीं होगा — खासकर जब बांग्लादेश के युवा स्पिनर शोरिफुल इस्लाम ने पहले 10 ओवर में सिर्फ 3 रन दिए। लेकिन रॉय ने उसी ओवर के अंत में एक छक्का मारकर सबको चौंका दिया। उन्होंने 33 गेंदों में अपना पांचवां पचास बनाया, और उनके बल्ले से निकले 5 चौके और 3 छक्के बांग्लादेश के बॉलर्स के लिए एक बड़ी चुनौती बन गए। उनकी बल्लेबाजी ने इंग्लैंड को एक ऐसा आत्मविश्वास दिया जो टीम के लिए बहुत जरूरी था।
बेयरस्टो का शानदार अंत
रॉय को 12.5 ओवर में शोरिफुल इस्लाम ने आउट कर दिया, जब इंग्लैंड को 32 रन की जरूरत थी। लेकिन यहां जॉनी बेयरस्टो ने अपनी शांत और निश्चित बल्लेबाजी से दबाव को तोड़ दिया। उन्होंने 14.1 ओवर में शोरिफुल की गेंद पर चौका मारकर मैच जीत लिया — बिना किसी देरी के, बिना किसी गलती के। बेयरस्टो ने सिर्फ 14 गेंदों में 20 रन बनाए, जिसमें 2 चौके शामिल थे। उनकी बल्लेबाजी का असर देखकर कोच और टीम ने समझा कि इंग्लैंड के पास ऐसे बल्लेबाज हैं जो दबाव में भी अपनी बात रख सकते हैं।
बांग्लादेश की टीम क्यों नाकाम रही?
बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन उनकी बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही। उन्होंने पहले 10 ओवर में 60 रन बनाए, लेकिन अगले 10 ओवर में सिर्फ 64 रन बनाए — जिससे उनकी रन रेट बहुत कम रही। उनके टॉप ऑर्डर में कोई भी बल्लेबाज 30 रन से ऊपर नहीं जा पाया। महमूदुल्लाह रियाद ने अपने खुद के 15 रनों के बाद आउट होने के बाद टीम को बचाने की कोशिश की, लेकिन बाकी बल्लेबाजों का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा। शोरिफुल इस्लाम ने 4 ओवर में सिर्फ 14 रन दिए, लेकिन बाकी बॉलर्स के लिए यह बहुत कम था।
इंग्लैंड का टूर्नामेंट में बढ़ता दबाव
इस जीत के बाद इंग्लैंड ने दो मैच खेले और दोनों जीत लिए — यह टूर्नामेंट के शुरुआती दौर में बहुत बड़ी उपलब्धि है। वे सुपर 12 ग्रुप 1 में शीर्ष स्थान पर पहुंच गए, और अब उनके पास अपने बाकी मैचों के लिए दबाव कम हो गया है। इंग्लैंड के पास टी20 विश्व कप का इतिहास है — वे 2010 में टूर्नामेंट जीत चुके हैं, और अब वे फिर से चैंपियन बनने की ओर बढ़ रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी और फील्डिंग का स्तर इस बार बहुत ऊंचा है।
टी20 विश्व कप का नया रूप
2021 का टूर्नामेंट बहुत अलग था। कोविड-19 के कारण सभी मैच यूएई में खेले गए, और यह एक ऐसा बैकलॉग था जिसमें कई टीमों के लिए अनुभव की कमी थी। लेकिन इंग्लैंड ने इसे अपने फायदे में बदल लिया। उन्होंने अपने बल्लेबाजों को अधिक आजादी दी, और उन्होंने उस आजादी का इस्तेमाल बहुत बेहतरीन तरीके से किया। जबकि बांग्लादेश अभी भी अपने आत्मविश्वास को बहाल करने की कोशिश में है।
क्या आगे कुछ बदलेगा?
अगले मैच में इंग्लैंड का सामना ऑस्ट्रेलिया से होगा, जो अभी तक अपना पहला मैच जीत चुका है। यह एक बड़ा टेस्ट होगा। लेकिन अगर इंग्लैंड अपनी बल्लेबाजी की इस तरह की निरंतरता बनाए रखता है, तो वे फाइनल तक पहुंच सकते हैं। बांग्लादेश के लिए तो अब हर मैच एक जान-मरने का मुकाबला हो गया है। अगर वे अगले दो मैच खो देते हैं, तो वे टूर्नामेंट से बाहर हो सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
जेसन रॉय का यह प्रदर्शन उनके करियर में कैसा है?
यह रॉय का टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का सातवां अर्धशतक था, और इसमें उन्होंने 33 गेंदों में पांचवां पचास बनाया — जो उनके सबसे तेज़ अर्धशतकों में से एक है। इससे पहले उन्होंने 2019 के विश्व कप में भी शानदार प्रदर्शन किया था। इस बार का प्रदर्शन उनकी बल्लेबाजी की गति और दबाव में काम करने की क्षमता को दर्शाता है।
बांग्लादेश की टीम के लिए इस हार का क्या असर होगा?
इस हार के बाद बांग्लादेश के लिए अगले दो मैच बहुत जरूरी हो गए हैं। अगर वे ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ हार जाते हैं, तो वे ग्रुप से बाहर हो सकते हैं। उनकी बल्लेबाजी और बॉलिंग दोनों में अस्थिरता देखी गई है। अगर वे अपने टॉप ऑर्डर को स्थिर नहीं कर पाते, तो उनका टूर्नामेंट जल्दी समाप्त हो सकता है।
इंग्लैंड की टीम ने इस मैच में क्या नया दिखाया?
इंग्लैंड ने अपनी टीम के बल्लेबाजों को शुरुआत से ही आत्मविश्वास दिखाया। रॉय और बेयरस्टो का जोड़ी बहुत तेज़ और निश्चित था। उन्होंने बांग्लादेश के स्पिनर्स को भी अच्छी तरह से हैंडल किया। यह टीम की एक नई रणनीति है — जहां वे बल्लेबाजी के लिए नहीं, बल्कि जीत के लिए खेलते हैं।
टी20 विश्व कप 2021 का आयोजन स्थान क्यों दुबई चुना गया?
कोविड-19 महामारी के कारण इस बार सभी मैच एक ही देश में खेले गए। दुबई को इसलिए चुना गया क्योंकि यहां आधुनिक सुविधाएं हैं, और यहां के मैदान टी20 क्रिकेट के लिए बहुत उपयुक्त हैं। इसके अलावा, यूएई में क्रिकेट का बड़ा प्रशंसक आधार है, जिससे टीमों को अच्छा समर्थन मिला।
जॉनी बेयरस्टो का इस मैच में क्या योगदान था?
बेयरस्टो ने रॉय के आउट होने के बाद जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने 14 गेंदों में 20 रन बनाए, जिसमें 2 चौके शामिल थे। उनकी शांत बल्लेबाजी ने टीम को दबाव से बाहर निकाला। वह एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो अंत में जीत दिलाने के लिए बने हैं — और इस मैच में उन्होंने अपनी इस क्षमता को साबित किया।
शोरिफुल इस्लाम की बॉलिंग ने क्या असर डाला?
शोरिफुल ने 4 ओवर में सिर्फ 14 रन दिए, और उन्होंने रॉय को आउट कर दिया। उनकी गेंदबाजी बांग्लादेश के लिए एकमात्र चमकदार पहलू थी। लेकिन जब बाकी बॉलर्स ने रन दिए, तो उनकी बॉलिंग का असर कम हो गया। उनकी भविष्य की भूमिका बांग्लादेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगी।
टिप्पणि
Sanket Sonar
20/नव॰/2025रॉय ने तो बस धमाका कर दिया। 33 गेंदों में 50? ये टी20 का असली रूप है। बांग्लादेश के स्पिनर्स तो बस वॉलीबॉल खेल रहे थे।
pravin s
20/नव॰/2025बेयरस्टो का अंत देखकर लगा जैसे कोई एक्शन फिल्म का अंत हो गया हो। बिना शोर के, बिना झंझट के, सिर्फ एक चौका और मैच जीत गए। इंग्लैंड की टीम में ऐसे लोग हैं जो दबाव में भी सांस लेते हैं।
Bharat Mewada
20/नव॰/2025इंग्लैंड की जीत सिर्फ बल्लेबाजी की नहीं, बल्कि उनकी फिलॉसफी की जीत है। वे रन बनाने के लिए नहीं, बल्कि जीत के लिए खेलते हैं। बांग्लादेश ने टॉस जीता, लेकिन इंग्लैंड ने मैच की रणनीति जीत ली। ये टी20 का भविष्य है - जहां अंतिम ओवर की जिम्मेदारी एक बल्लेबाज पर नहीं, बल्कि टीम की पूरी संस्कृति पर होती है।