व्रज आयरन एंड स्टील का आईपीओ: एक आर्थिक सफल कहानी
गुजरात स्थित व्रज आयरन एंड स्टील अब स्टॉक मार्केट में अपने कदम रखने जा रहा है। कंपनी का प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) 24 मई 2023 को बाजार में लिस्ट होने जा रहा है। व्रज आयरन एंड स्टील ने इस आईपीओ के माध्यम से कुल 55 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
10 से 12 मई 2023 के बीच खुले इस आईपीओ को निवेशकों का सकारात्मक समर्थन मिला और यह 1.45 गुना सब्सक्राइब हुआ। खास तौर पर खुदरा निवेशकों ने इसे भरपूर समर्थन दिया और इसका खुदरा हिस्सा 2.34 गुना सब्सक्राइब हुआ।
आईपीओ के पीछे लक्ष्य
व्रज आयरन एंड स्टील इस आईपीओ के माध्यम से जुटाए गए धन का उपयोग अपने कर्ज को चुकाने, वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं को पूरा करने और अपनी विस्तार योजनाओं में करेगी। कंपनी की योजना अपने उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की भी है। वर्तमान में, यह कंपनी सालाना 1.5 लाख टन की उत्पादन क्षमता रखती है और मुख्य रूप से माइल्ड स्टील इनगॉट्स, बिलेट्स और थर्मो-मैकेनिकलली ट्रीटेड (टीएमटी) बार्स का निर्माण करती है।
जीएमपी और बाजार विशेषज्ञों की राय
बाजार के पर्यवेक्षकों के अनुसार, व्रज आयरन एंड स्टील के शेयर का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) लगभग 10-12 रुपए प्रति शेयर है। इसका मतलब है कि शेयर की लिस्टिंग इसके निर्गम मूल्य से अधिक पर हो सकती है। यह कंपनी की मजबूत वाणिज्यिक स्थिति और निवेशकों का विश्वास दर्शाता है।
| संपूर्ण आईपीओ विवरण | |
|---|---|
| आईपीओ अवधि | 10-12 मई 2023 |
| जुटाए गए कुल धन | 55 करोड़ रुपये |
| कंपनी का उत्पादन | 1.5 लाख टन/वर्ष |
| आईपीओ सब्सक्रिप्शन | 1.45 गुना |
| खुदरा सब्सक्रिप्शन | 2.34 गुना |
| जीएमपी | 10-12 रुपये/शेयर |
आईपीओ प्रबंधन और सूचीबद्धता
व्रज आयरन एंड स्टील के इस आईपीओ का प्रबंधन हेम सिक्योरिटीज और स्वास्तिका इनवेस्टमार्ट द्वारा किया गया है। कंपनी के शेयर बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध होंगे। यह लिस्टिंग बाजार में कंपनी की मजबूत स्थिति और अनुशासनात्मक वित्तीय प्रबंधन की पुष्टि करेगा।
कुल मिलाकर, व्रज आयरन एंड स्टील के आईपीओ की लिस्टिंग पर निवेशकों की निगाहें टिकी हुई हैं। कंपनी की वित्तीय स्थिरता, उत्कृष्ट प्रबंधन और मार्केट प्रेफरेंस के चलते इस लिस्टिंग को एक मजबूत शुरुआत दी जा रही है।
भारतीय शेयर बाजार में व्रज आयरन एंड स्टील की यह मजबूत शुरुआत निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदर्शित करती है। कंपनी का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है और यह लिस्टिंग कंपनी की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
टिप्पणि
Nitin Soni
2/जुल॰/2024इस IPO में खुदरा निवेशकों का जो समर्थन मिला, वो असली बात है। छोटे लोगों का भरोसा अब सच में बढ़ रहा है।
varun chauhan
2/जुल॰/2024अच्छा हुआ कि गुजरात की कंपनी ने अपना रास्ता बनाया 😊 भारतीय छोटे उद्यमी अब अपने सपने देख रहे हैं।
RAKESH PANDEY
2/जुल॰/2024GMP 10-12 रुपये का रेंज अभी भी संभव है, लेकिन अगर लिस्टिंग पर डिमांड बहुत ज्यादा हो गई तो 15 तक भी पहुंच सकता है। इसके लिए फंड यूज का ट्रांसपेरेंसी जरूरी है।
कंपनी का उत्पादन 1.5 लाख टन/वर्ष है, जो एक छोटी कंपनी के लिए अच्छा है, लेकिन अगर वो अपनी लागत कम करने में सफल हो गई तो भारत में इसका बाजार बहुत बड़ा हो सकता है।
माइल्ड स्टील इनगॉट्स और TMT बार्स की मांग निर्माण क्षेत्र में लगातार बढ़ रही है। ये दोनों प्रोडक्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए बेसिक हैं।
इसलिए, अगर व्रज आयरन अपनी क्षमता बढ़ाता है और गुणवत्ता बनाए रखता है, तो ये एक अच्छा लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट हो सकता है।
हेम सिक्योरिटीज और स्वास्तिका इनवेस्टमार्ट के जरिए इसे मैनेज किया जा रहा है, जो एक अच्छा संकेत है।
बीएसई SME प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग भी उचित है, क्योंकि यहां छोटे निवेशकों की एक्सेस ज्यादा होती है।
लेकिन याद रखें, इस तरह की कंपनियों में रिस्क होता है-स्टील की कीमतें अस्थिर होती हैं, और रॉ मटेरियल की आपूर्ति पर निर्भरता बहुत ज्यादा होती है।
अगर वो अपनी लागत स्ट्रक्चर को ऑप्टिमाइज़ कर पाते हैं, तो ये एक बड़ा गेम-चेंजर बन सकता है।
मैं इसे लॉन्ग-टर्म बैग में रखने की सलाह दूंगा, न कि शॉर्ट-टर्म गेमिंग के लिए।
अगर आप एक निवेशक हैं जो भारतीय मैन्युफैक्चरिंग को सपोर्ट करना चाहते हैं, तो ये एक अच्छा मौका है।
Prince Ranjan
2/जुल॰/2024अरे यार ये सब गपशप क्यों कर रहे हो इस आईपीओ के बारे में ये तो बस एक और छोटी कंपनी है जो लिस्ट होने के बाद फिर से गिर जाएगी और लोग बोलेंगे निवेश क्यों किया था ये सब बाजार का धोखा है जिसमें बड़े लोग छोटों को फंसाते हैं और फिर अपने शेयर बेच देते हैं और बाकी सब बर्बाद हो जाते हैं अगर तुम असली निवेशक होते तो तुम इसे नहीं खरीदते ये तो बस एक और गैस बल्ब है जो बल्कि जल रहा है
Suhas R
2/जुल॰/2024इस आईपीओ में कुछ गड़बड़ है। जानते हो न कैसे ये लोग छोटे निवेशकों को फंसाते हैं? ये सब एक रूपांतरण है। इसके पीछे कोई बड़ा कॉर्पोरेट ग्रुप है जो अपने शेयर बेचने के लिए ये सब बना रहा है। ये आईपीओ असल में एक फैक्ट्री फ्रॉड है। अगर तुम इसमें पैसा डालोगे तो तुम्हारा पूरा निवेश गायब हो जाएगा। ये कंपनी असल में कभी नहीं बन पाएगी।
Pradeep Asthana
2/जुल॰/2024अरे भाई ये सब जो लोग बोल रहे हैं उनमें से ज्यादातर तो बस लोग हैं जिन्होंने कभी शेयर नहीं खरीदा। तुम जो बोल रहे हो वो सब बकवास है। ये कंपनी तो अच्छी है और इसका GMP भी अच्छा है। तुम लोग बस डर जाते हो। इसमें पैसा डालो और देखो क्या होता है।
Shreyash Kaswa
2/जुल॰/2024भारत की छोटी और मध्यम आकार की उद्यमियों की यह उपलब्धि हमें गर्व करने का कारण है। व्रज आयरन एंड स्टील ने देश के उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में योगदान दिया है। यह आईपीओ हमारे आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहा है।
Sweety Spicy
2/जुल॰/2024ये सब जो लोग बोल रहे हैं कि ये आईपीओ अच्छा है, वो बस बाजार के बाहर के लोग हैं। तुम जानते हो कि ये कंपनी किसके हाथ में है? ये तो एक बड़ी कंपनी की छाया में बनी है जो इसे लिस्ट करके अपना लाभ निकाल रही है। तुम लोग बस फंस रहे हो।
Maj Pedersen
2/जुल॰/2024इस आईपीओ के बारे में जानकारी देने के लिए धन्यवाद। यह एक बहुत अच्छा उदाहरण है कि छोटी कंपनियां कैसे अपने विकास के लिए बाजार का सहारा ले सकती हैं। निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है।
Ratanbir Kalra
2/जुल॰/2024इस आईपीओ का मतलब क्या है... अगर तुम जानते हो कि बाजार क्या चाहता है... तो तुम जानते हो कि ये आईपीओ एक बड़ा बदलाव है... ये एक नया युग है... लेकिन क्या तुम जानते हो कि ये बदलाव किसके लिए है... ये बदलाव तुम्हारे लिए है... ये बदलाव देश के लिए है... लेकिन क्या तुम जानते हो कि ये बदलाव किसके द्वारा हो रहा है... ये बदलाव तुम्हारे द्वारा हो रहा है... तुम ही हो जिसके लिए ये सब हो रहा है...
Seemana Borkotoky
2/जुल॰/2024गुजरात की इस कंपनी को देखकर लगता है कि छोटे उद्यमी भी अपना रास्ता बना सकते हैं। भारत का वास्तविक भविष्य इन्हीं छोटी कंपनियों में है।
Sarvasv Arora
2/जुल॰/2024अरे यार ये सब जो लोग बोल रहे हैं कि ये आईपीओ अच्छा है... बस बकवास है। ये तो बस एक और छोटी कंपनी है जिसे बाजार में फेंक दिया गया है। इसका कोई भविष्य नहीं है। तुम लोग बस बाजार के बाहर खड़े हो और बोल रहे हो।
Jasdeep Singh
2/जुल॰/2024इस आईपीओ के बारे में जो बातें कही जा रही हैं, वो सब बाजार की निर्मित झूठी आशाएं हैं। ये कंपनी एक और फैक्ट्री है जो लोगों के पैसे लेकर उन्हें धोखा देने के लिए बनाई गई है। इसका उत्पादन 1.5 लाख टन है, लेकिन उसकी लागत क्या है? उसकी लाभदायकता क्या है? ये कोई नहीं बता रहा। ये तो बस एक बड़ा निवेश फंड है जो छोटे निवेशकों को फंसाने के लिए बनाया गया है।
Rakesh Joshi
2/जुल॰/2024ये आईपीओ भारत के छोटे उद्यमियों के लिए एक बड़ी जीत है। अगर हम अपने देश के उत्पादन को सपोर्ट करना चाहते हैं, तो इस तरह की कंपनियों में निवेश करना जरूरी है। चलो इसे सफल बनाते हैं!
HIMANSHU KANDPAL
2/जुल॰/2024मैंने इस आईपीओ को देखा और सोचा कि ये बस एक और धोखा है। मैंने अपने दोस्तों को बताया कि इसमें न निवेश करें। लेकिन लोग बस बाजार के बहाव में आ गए। अब जब ये गिरेगा, तो वो बोलेंगे कि मैंने तुम्हें बताया था।