जब भारत क्रिकेट टीम ने 2‑0 तक के साथ वेस्ट इंडीज को हराया, तब यह खबर ने क्रिकेट प्रेमियों की धड़कन तेज़ कर दी। 14 अक्टूबर 2025 को प्रकाशित हुए ESPNcricinfo के नवीनतम अंक तालिका के अनुसार, भारत ने कुल 52 अंक जुटा कर प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि ऑस्ट्रेलिया दूसरे और इंग्लैंड तीसरे स्थान पर हैं। इस उपलब्धि का पिछला पृष्ठभूमि, अंक‑गणना का तंत्र और शेष चरणों का विवरण इस लेख में पता करेंगे।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025‑27 का स्वरूप
ICC World Test Championship 2025‑2027 का औपचारिक शुभारम्भ 17 जून 2025 को R. Premadasa Stadium, कोलंबो में हुआ, जहाँ श्रीलंका बनाम बांग्लादेश की दो‑मैच श्रृंखला खेली गई। कुल 9 पूर्ण सदस्य राष्ट्रों ने 27 द्विपक्षीय श्रृंखलाओं के माध्यम से 71 टेस्ट मैचों में भाग लिया, प्रत्येक टीम ने तीन होम और तीन अवे सीरीज़ पूरी कीं।
- प्रत्येक जीत पर 12 अंक, ड्रॉ पर 4 अंक, हार पर 0 अंक।
- सीरीज़ की लंबाई के अनुसार कुल अंक बदलते हैं: 2‑मैच सीरीज़ में 24 अंक, 3‑मैच में 36 अंक, 4‑मैच में 48 अंक, 5‑मैच में 60 अंक।
- टाई‑ब्रेक के क्रम में प्रथम: सीरीज़ जीत की संख्या, द्वितीय: अवे‑मैचों में अंक प्रतिशत, तृतीय: ICC टेस्ट रैंकिंग।
अंतिम चरण का फाइनल अक्टूबर 2‑6 2025 को निर्धारित है, लेकिन स्थल अभी स्पष्ट नहीं हुआ है; पिछले चक्र में फाइनल लंदन के Lord's Cricket Ground में आयोजित हुआ था।
भारत की शानदार जीतें और अंक‑भंडार
भारत ने अब तक सात मैचों में चार जीत, दो हार, एक ड्रॉ हासिल किया, जिससे उनका अंक प्रतिशत 61.90 % रहा। यह प्रतिशत 52 अंक के कुल मिलाकर उपलब्धि को दर्शाता है। प्रमुख जीतें:
- वेस्ट इंडीज के खिलाफ 2‑0 सीरीज़ जीत (6‑मैच सीरीज़, 24 अंक)।
- इंग्लैंड के खिलाफ पांच‑मैच श्रृंखला, जहाँ भारत ने पाँच में से दो जीतें हासिल कीं, एक ड्रॉ और दो हारें भी थीं।
ये जीतें न सिर्फ अंक में योगदान देती हैं, बल्कि अवे‑मैच में भी टीम को भारी लाभ देती हैं। वर्तमान में भारत की ऐतिहासिक औसत 78 % है, जो इसे इस दौर की सबसे भरोसेमंद टीम बनाता है।
अन्य टीमों की स्थिति और संभावित चुनौतियाँ
दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया है, जिसने अभी तक केवल तीन मैच खेले हैं, पर सभी जीत कर 36 अंक जमा किए हैं। उनका प्रतिशत 100 % है, लेकिन कम मैचों के कारण उनका कुल अंक छोटा है। इंग्लैंड तीसरे स्थान पर है, 26 अंक के साथ, जबकि श्रीलंका, बांग्लादेश और वेस्ट इंडीज क्रमशः 16, 4 और 0 अंक पर हैं। न्यूज़ीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका ने अभी तक अपना पहला मैच नहीं खेला, इसलिए उनका अंक शून्य है।
आगे की संभावनाएँ:
- ऑस्ट्रेलिया को अपने शेष दो‑तीन श्रृंखलाओं में लगातार जीतने की जरूरत होगी, ताकि वे भारत को अंक‑प्रतिशत में मात दे सकें।
- इंग्लैंड को अपने अवे‑मैच में बेहतर प्रदर्शन दिखाना होगा, क्योंकि उनका वर्तमान प्रतिशत 52 % है।
- वेस्ट इंडीज को कम से कम एक जीत की आवश्यकता होगी, अन्यथा उनका अंक‑शून्य रह जाएगा।

अंक‑गणना की जटिलता और टाई‑ब्रेक तंत्र
ICC की आधिकारिक विधि के अनुसार, प्रत्येक जीत के लिए टीम को 12 में से 12 अंक मिलते हैं (100 %); टाई पर 6‑6 (50 %); ड्रॉ पर 4‑12 (33.33 %); और हार पर 0‑12 (0 %)। इसके अलावा, ओवर‑रेट नियम के तहत प्रतिद्वंद्वी टीम को प्रत्येक ओवर की कमी पर एक अंक घटाया जाता है। इस कारण कभी‑कभी टीम के कुल अंक वास्तविक जीत‑संख्या से अलग दिखते हैं।
टाई‑ब्रेक के लिये पहले सीरीज़ जीत का मानक लिया जाता है। यदि दो टीमों के अंक‑प्रतिशत समान हों, तो बाय‑मैच के अंक प्रतिशत को देखा जाता है, और फिर ICC टेस्ट रैंकिंग को अंतिम मानक के रूप में उपयोग किया जाता है। इस प्रणाली ने पहले चक्र में कई बार दांव को बदल दिया है, और इस बार भी संभावित टाई के मामलों में निर्णायक साबित होगी।
आगे क्या है? आगामी सीरीज़ और फाइनल की राह
अभी शेष श्रृंखलाएँ भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और अन्य चार टीमों के लिए निर्धारित हैं। भारत को बांग्लादेश (अवे) और पाकिस्तान (होम) के साथ सीरीज़ खेलनी है, जिससे उनके अंक‑प्रतिशत को और मजबूत किया जा सकता है। ऑस्ट्रेलिया को न्यूज़ीलैंड (होम) और दक्षिण अफ्रीका (अवे) के खिलाफ शुरुआत करनी होगी।
फाइनल की जगह अभी तय नहीं हुई है, लेकिन लंदन के Lord's Cricket Ground पर दोहराए जाने की संभावना है, क्योंकि यह स्थल पहले दो संस्करणों में फाइनल का घर रहा है। यदि भारत फाइनल में पहुंचता है, तो यह उनके 2023‑25 चक्र की निरंतरता को दर्शाएगा, जहाँ उन्होंने पहले से ही दो‑तीन प्रमुख सीरीज़ जीत कर आत्मविश्वास जमा किया है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत की इस कदम से विश्व टेस्ट रैंकिंग पर क्या असर पड़ेगा?
वर्तमान में भारत पहले नंबर पर है; लगातार जीतें उनकी रैंकिंग को ऊपर बनाए रखने में मदद करेंगी। यदि ऑस्ट्रेलिया अंक‑प्रतिशत में आगे बढ़ता है, तो रैंकिंग में थोड़ी बदलाव की संभावना है, पर भारत की समीप‑समय में स्थिरता बनी रहेगी।
वेस्ट इंडीज की शून्य अंक से बाहर निकलने की संभावनाएँ क्या हैं?
वेस्ट इंडीज के पास अभी दो सीरीज़ बाकी हैं – होम में पाकिस्तान और अवे में ऑस्ट्रेलिया। यदि वे इन दोनों में कम से कम एक जीत हासिल कर लेते हैं, तो उनके अंक‑प्रतिशत में सुधार होगा, पर अभी उनका दांव बहुत उच्च है।
ICC के टाई‑ब्रेक नियम क्यों इतने जटिल हैं?
टेस्ट क्रिकेट में श्रृंखला की लंबाई और स्थितियों में असमानता होती है। इसलिए सिर्फ कुल अंक नहीं, बल्कि सीरीज़ जीत, अवे‑मैच प्रदर्शन और अंत में रैंकिंग को जोड़कर सबसे निष्पक्ष निर्णय लिया जाता है।
आने वाले फाइनल में कौन सी टीमें ब़ढ़‑चढ़कर भाग ले सकती हैं?
वर्तमान में भारत और ऑस्ट्रेलिया दो सबसे संभावित फाइनलर हैं, क्योंकि उनका अंक‑प्रतिशत सबसे ऊपर है। इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज भी अगर शेष सीरीज़ में जीतें तो टाइट‑ब्रेक के कारण मौका मिल सकता है, पर उनका मार्जिन अभी छोटा है।
ICC ने इस संस्करण में योगदान प्रणाली में कोई बदलाव किया है?
नहीं, अंक‑गणना का मूल ढांचा पिछले दो चक्रों जैसा ही है। केवल ओवर‑रेट कटौती को सख्ती से लागू किया गया है, जिससे तेज़ ग्राउंड‑ड्रिंक‑रेट वाली टीमों को अतिरिक्त दंड मिलता है।
टिप्पणि
Manish Mistry
15/अक्तू॰/2025लेख ने ICC वर्ल्ड टेस्ट के अंकों की गणितीय संरचना को संक्षिप्त किया है, परंतु प्रस्तुतियों में दोहराव नज़र आता है। भारत की जीत का प्रतिशत दर्शाया गया है, फिर भी ओवर‑रेट घटाव का उल्लेख अस्पष्ट रहता है। इसी कारण आँकड़े कभी‑कभी वास्तविक प्रदर्शन से भिन्न लगते हैं। कुल मिलाकर लेख का स्वर विधिवत है, परंतु विश्लेषण में गहनता की कमी है।