MI vs CSK: टॉस के बाद बदल गया मुकाबले का मिजाज
आईपीएल 2025 का 38वां मैच, मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स जैसे दो सुपरहिट टीमों के नाम रहा। मैच से पहले ही टॉस को लेकर लोगों में खासी उत्सुकता थी। जैसे ही Hardik Pandya मैदान में आए और टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने का ऐलान किया, स्टेडियम में शोर गूंज उठा।
पिछले कुछ सीजन में यह ट्रेंड बन गया है कि टीमें ओस के कारण टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की बजाय गेंदबाजी चुनने लगी हैं। मुंबई इंडियंस भी इसी ट्रेंड और रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है। कप्तान हार्दिक ने साफ कहा कि हालात का फुल फायदा उठाना है, खासकर शाम के बाद गेंदबाजों को ग्रिप करने में दिक्कत हो सकती है, इसलिए पुराने फॉर्मूले को फॉलो करना अहम है।
रोहित शर्मा–सूर्यकुमार यादव जैसे सितारों पर नजर
मुंबई इंडियंस के लिए इस सीजन में Rohit Sharma और Suryakumar Yadav की जोड़ी सबसे चर्चित रही है। दोनों की बैटिंग फॉर्म टीम की आक्रामक रणनीति के केंद्र में है। जहां तक प्लेयिंग इलेवन की बात है, रिपोर्ट्स में साफ नहीं हुआ कि किसने कितना धमाल मचाया, लेकिन पिछले मैचों की बात देखें तो रोहित और सूर्या के बल्ले से काफी उम्मीदें हैं।
पांड्या की कप्तानी की खासियत है, परिस्थितियों के हिसाब से फुर्ती से फैसले लेना। जब-जब मौसम में ओस या ग्राउंड पर कुछ नया दिखा, पांड्या ने टीम को उसी दिशा में तैयार किया। बैटिंग लाइनअप पर भरोसा, साथ ही मौकों के हिसाब से बदलाव, यही उनकी रणनीति है। यही वजह है कि मुंबई इंडियंस का प्लान बहुत साफ है—पहले गेंदबाजों से विपक्षी के स्कोर को कंट्रोल करना और फिर खुद मोर्चा संभालना।
- मुंबई के गेदंबाजों पर बनेगा मैच का प्रेशर
- चेन्नई के MS Dhoni का अनुभव मुकाबले को दिलचस्प बना सकता है
- दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी मुंबई इंडियंस को मनचाहा फायदा दे सकती है
हार्दिक पांड्या के इसी आत्मविश्वास और नई-age सोच का असर टीम के खेलने के अंदाज में साफ दिख रहा है। मैच के नतीजे चाहे जो रहें, हर नजर टॉस और बाद की उनकी रणनीति पर टिकी रहने वाली है।
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टिप्पणि
varun chauhan
21/अप्रैल/2025बहुत अच्छा फैसला! 🙌 ओस वाले मौसम में गेंदबाजी चुनना तो सबसे स्मार्ट ऑप्शन है। मुंबई के बाउंसर्स अभी तक किसी को नहीं रोक पाए हैं।
Prince Ranjan
21/अप्रैल/2025अरे यार ये सब रणनीति की बातें कर रहे हो लेकिन देखो ना रोहित का फॉर्म तो जमीन पर गिर चुका है और सूर्या की शॉट्स अब बस ट्रेनिंग ग्राउंड में ही चलती हैं असली मैच में तो वो खुद को बचाने में लगे रहते हैं ये सब टॉस वाली बातें बस धुंधला धोखा है
Suhas R
21/अप्रैल/2025ये सब टॉस वाली चालें बस एक बड़ा धोखा है जो बॉल बैंक और टीवी कंपनियों ने बनाया है ताकि लोगों को लगे कि कुछ हो रहा है असल में तो सभी मैच फिक्स हो चुके हैं और हार्दिक भी उनका नौकरशाह है जो अपने बाप के पैसे से टीम चला रहा है
Pradeep Asthana
21/अप्रैल/2025अरे भाई ये गेंदबाजी चुनने का फैसला तो बहुत बढ़िया है लेकिन तुम लोग भूल रहे हो कि चेन्नई के पास धोनी है जो एक बार आएगा तो ये सारी रणनीति उड़ जाएगी तुम लोग बस एक बार उसकी आंखों में देख लो वो जानता है कि क्या होने वाला है
Shreyash Kaswa
21/अप्रैल/2025मुंबई की यह रणनीति भारतीय क्रिकेट की नई दिशा को दर्शाती है। आधुनिक गेम के अनुकूल फैसले लेना ही वास्तविक नेतृत्व है। गेंदबाजी चुनना सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि एक विजय का आह्वान है।
Sweety Spicy
21/अप्रैल/2025हार्दिक का ये फैसला बिल्कुल बेकार है और तुम सब इसे गलत समझ रहे हो ये तो बस एक ट्रेंड है जिसे तुम बहुत गंभीरता से ले रहे हो जबकि असल में ये तो बस एक टीवी शो का हिस्सा है जिसमें कोई असली रणनीति नहीं है
Maj Pedersen
21/अप्रैल/2025हार्दिक ने बहुत समझदारी से फैसला किया है। गेंदबाजी चुनकर टीम को स्थिरता देना बहुत जरूरी है। इस तरह के निर्णय टीम की आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं। जय हिंद!
Ratanbir Kalra
21/अप्रैल/2025टॉस जीतना... गेंदबाजी चुनना... ये सब तो बस एक चक्र है जो बार-बार घूम रहा है क्या वास्तविकता है क्या निर्णय है क्या आजादी है क्या ये सब बस एक खेल है जिसमें हम सब बस अपने भावनाओं को लटका रहे हैं