लोकसभा चुनाव 2024: छठे चरण का महापर्व
आज, 25 मई को, भारत में लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण का मतदान हो रहा है, जिसमें 58 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले जा रहे हैं। इस महापर्व में छह राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों के 58 निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। छठे चरण के मतदान में दिल्ली की सभी सात सीटें और पश्चिम बंगाल के जंगल महल क्षेत्र भी शामिल हैं। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 6 बजे तक चलेगा।
चुनाव आयोग के अनुसार, इस चरण में 11.13 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं। इनमें 5.84 करोड़ पुरुष, 5.29 करोड़ महिलाएं और 5,120 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। इस चरण में कुल 889 उम्मीदवार विभिन्न दलों से अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
प्रमुख उम्मीदवार और क्षेत्र
इस चुनाव में कई प्रमुख उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राव इंदरजीत सिंह, और कृष्ण पाल गुर्जर शामिल हैं। इसके अलावा, मानेका गांधी, संबित पात्रा, मनोहर लाल खट्टर, और महबूबा मुफ्ती जैसी प्रमुख हस्तियां भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं। प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, झारखंड, और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारे हैं। भाजपा का पश्चिम बंगाल में 42 में से 30 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य है, विशेष रूप से दक्षिण बंगाल में।
निर्वाचन आयोग की तैयारियां
निर्वाचन आयोग ने व्यापक सुरक्षा उपाय अपनाए हैं, जिसमें 1.14 लाख मतदान केंद्रों पर लगभग 11.4 लाख मतदान अधिकारियों की तैनाती शामिल है। अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्य सीमा चेक पोस्टों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि शराब, ड्रग्स, नकदी और मुफ्त वस्तुओं की अवैध तस्करी को रोका जा सके।
पश्चिम बंगाल के जंगल महल क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरती जा रही है, जो मतदान के दौरान संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। उसी तरह, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, और हरियाणा में भी उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। यहां बड़े नेता और प्रतिष्ठित उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है, जिससे चुनाव का ये चरण खासा रोमांचक बना हुआ है।
आखिरी चरण का इंतजार
लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और अंतिम चरण का मतदान 1 जून को होगा, जिसमें 57 सीटों के लिए मतदान किया जाएगा। अंतिम चरण के मतदान के बाद, 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
समाप्त होते चुनावी प्रक्रिया के यह चरण देश की राजनीति और भविष्य की दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता आगे की रणनीति और योजनाओं को निर्धारित करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
चुनाव का महत्व
लोकसभा चुनाव 2024 का यह छठा चरण न केवल राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि देशभर के मतदाताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण समय है। यह वह समय है जब वे अपने नेताओं का चयन करते हैं और आगामी पांच वर्षों के लिए सरकार की दिशा तय करते हैं।
मतदाताओं की जुड़ी हुई जिम्मेदारी और उनकी सक्रिय भागीदारी इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और भी महत्वपूर्ण बना देती है। देश के कई क्षेत्रों में चुनावी उत्साह और जोश देखा जा रहा है, जिसमें लोग लम्बी कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
इस प्रकार, लोकसभा चुनाव का यह छठा चरण न केवल राजनीतिक हलचलों का समय है, बल्कि लोकतंत्र के महापर्व का उत्साह और जोश भी देखा जा रहा है। चुनाव प्रक्रिया के समापन के बाद, इसका परिणाम देश की राजनीति और जनता के जीवन पर गहरा प्रभाव डालने वाला है।
अगले कुछ दिनों में देश को यह पता चलेगा कि कौन सी पार्टी सत्ता में आएगी और कौन सी पार्टी विपक्ष की भूमिका निभाएगी।
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