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Nestle India Q3: नेट प्रॉफिट 5% बढ़ा, Nescafé की धाक और 14.25 रुपये डिविडेंड का ऐलान

व्यापार

नेस्ले इंडिया की तीसरी तिमाही में दमदार मुनाफा, Nescafé की वजह से रिकॉर्ड ग्रोथ

बीते साल के मुकाबले इस बार Nestle India ने दिसंबर 2024 क्वार्टर में 5% ज्यादा नेट प्रॉफिट कमाया है। जून महीने के बाद से ही कंपनी पर नजर रखी जा रही थी कि क्या FMCG सेक्टर में सुस्ती के बीच ये कंपनी भी चुनौतियों में रहेगी या पिछली परफॉर्मेंस दोहराएगी। इस बार नतीजों ने साफ कर दिया – Nestle ने उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन किया है। नेट प्रॉफिट पहुंचा ₹688 करोड़ पर, जबकि कंपनी की कुल ऑपरेशनल इनकम लगभग 4% बढ़कर ₹4,780 करोड़ तक जा पहुंची है।

अगर सिर्फ घरेलू बाजार की बिक्री को देखें, तो वहाँ भी 3.3% की मजबूती आई है। कंपनी के लिए विदेशी बाजारों ने भी अच्छे संकेत भेजे हैं – एक्सपोर्ट सेल्स ने टोटल रिवेन्यू की अच्छी ग्रोथ में योगदान दिया।

Nescafé और बेवरेज सेगमेंट की बड़ी भूमिका, डिविडेंड की सौगात

Nestle India के रेवेन्यू ग्रोथ में सबसे बड़ा हाथ इसके Nescafé कलेक्शन और बेवरेज पोर्टफोलियो का रहा। रिपोर्ट के मुताबिक, पाउडर और लिक्विड बेवरेज कैटेगरी में जबरदस्त डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिली। केवल बेवरेज रिटेल ने ही सालाना ₹2,000 करोड़ से ज्यादा सेल कर डाली, जो कंपनी के हिसाब से नया रिकॉर्ड है।

घरेलू बिजनेस की खासियत रही 3% वॉल्यूम ग्रोथ – एनालिस्ट्स को इससे भी कम उम्मीद थी, लेकिन Nestle ने वॉल्यूम और प्राइसिंग, दोनों का फंडा अपनाकर नंबर सुधारे। इनमें छोटे शहरों और ग्रामिण इलाकों के कंज्यूमर्स की हिस्सेदारी भी बढ़ी है।

इन सबके अलावा निवेशकों के लिए राहत की बात रही, जब बोर्ड ने ₹14.25 प्रति शेयर का सेकंड इंटरिम डिविडेंड डिक्लेयर किया। ये राशि सीधे तौर पर उनके खातों में आएगी, जिससे कंपनी पर निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ है।

नतीजों के बाद शेयर बाजार में झूम उठे निवेशक – कंपनी के शेयर लगभग 7% की छलांग के साथ ₹2,387 के दिन के ऊपरी स्तर पर पहुंच गए। इसके पीछे निवेशकों का सकारात्मक रुख और कंपनी में लगातार सुधार की उम्मीद शामिल है।

चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सुरेश नारायणन ने कहा, मुश्किल मार्केट कंडीशन के बावजूद कंपनी के तीन प्रमुख प्रोडक्ट ग्रुप्स जबरदस्त ग्रोथ दिखा रहे हैं। साथ ही, एक्सपोर्ट और खर्चों में कटौती की स्ट्रैटजी ने मुनाफे की ग्रोथ को रफ्तार दी है। हालांकि, पिछली बार की तिमाही में कंपनी को ₹107 करोड़ का एक्सेप्शनल लॉस भी झेलना पड़ा था – जिसकी वजह से मौजूदा नतीजे और भी मजबूत दिखते हैं।

टिप्पणि

  • Rakesh Joshi

    Rakesh Joshi

    25/मई/2025

    Nescafé ने फिर से भारत की गर्व की बात बन गई है! ये कंपनी बस एक ब्रांड नहीं, भारतीय उद्यमशीलता का प्रतीक है। ग्रामीण इलाकों में भी लोग अब कॉफी पी रहे हैं, ये तो सिर्फ बिक्री नहीं, सांस्कृतिक बदलाव है।

  • Jasdeep Singh

    Jasdeep Singh

    25/मई/2025

    हाँ बिल्कुल, नेस्ले ने बड़ा नंबर दिखाया, लेकिन ये सब किसके लिए? मार्केट में डिमांड बढ़ी है क्योंकि लोगों के पास और पैसा है? नहीं, बल्कि अब तक के लोगों के पास जो पैसा था, वो भी उन्होंने कॉफी पर खर्च कर दिया। ये ग्रोथ नहीं, एक अर्थव्यवस्था का निर्माण है जो एक चीज़ पर टिकी है।

    और डिविडेंड? ये तो बस शेयरधारकों को चिंगारी देने का तरीका है। जब तक वो बिना बिना किसी इनोवेशन के प्राइसिंग और वॉल्यूम के खेल से निकाल रहे हैं, तब तक ये ग्रोथ फुल्का हुआ बुलबुला है।

    मैं तो ये देखना चाहता हूँ कि क्या नेस्ले ने अपने एक्सपोर्ट बिजनेस में भी ऐसा ही जोर दिया है? या फिर ये सब सिर्फ भारतीय बाजार पर डिपेंडेंस का नाम है?

    एक बार जब ग्रामीण बाजार संतृप्त हो जाएगा, तो क्या होगा? क्या नेस्ले के पास अगला प्लान है? या फिर वो भी अन्य FMCG कंपनियों की तरह गिर जाएंगे?

    मैं बस एक बात कहना चाहता हूँ - इस तरह की ग्रोथ टेक्नोलॉजी या इनोवेशन का नतीजा नहीं है। ये बस एक ब्रांड की लॉयल्टी और उपभोक्ता की आदत का नतीजा है।

    और अगर आप इसे जीत मान रहे हैं, तो आप गलत हैं। ये बस एक दिन का जश्न है।

    मैंने अपने गाँव में एक छोटे से दुकानदार से बात की - उसने कहा कि अब नेस्ले के उत्पादों की जगह घर के बने कॉफी पाउडर की मांग बढ़ रही है। लोग सस्ता और स्वास्थ्यवर्धक चाहते हैं।

    तो ये ग्रोथ क्या है? एक ब्रांड की बढ़ती हुई शक्ति? या एक अर्थव्यवस्था की बढ़ती हुई कमजोरी?

    मैं आपको बता दूँ - जब आपकी ग्रोथ केवल एक उत्पाद पर टिकी हो, तो वो ग्रोथ नहीं, एक बीमारी है।

    और ये बीमारी अभी तो बाहर से दिख रही है। अंदर से तो ये बहुत गहरी है।

    कल जब लोग नेस्ले के बजाय घर की कॉफी चुनेंगे, तो क्या आप उसे एक निष्फलता मानेंगे? या फिर आप भी उसे एक अच्छी बात कहेंगे?

    ये सब तो एक बड़ा नाटक है।

  • Arya Darmawan

    Arya Darmawan

    25/मई/2025

    ये बात सही है कि नेस्ले ने बड़ा नंबर दिखाया, लेकिन इसके पीछे की कहानी बहुत दिलचस्प है। ये बस नेस्कैफे नहीं, बल्कि उनके डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क, लोकल रिलेवेंस, और उत्पाद इनोवेशन का जमावड़ा है।

    उन्होंने छोटे शहरों में भी बिक्री के लिए माइक्रो-डिस्ट्रीब्यूटर्स को एंगेज किया - जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंच बढ़ी।

    और डिविडेंड? ये बस शेयरधारकों को रिवॉर्ड करना नहीं, बल्कि बाजार को ये संदेश देना है कि कंपनी के पास कैश फ्लो है, और वो उसे स्थिरता के लिए इस्तेमाल कर रही है।

    ये एक बड़ी कंपनी की तरह चल रही है - न सिर्फ बिक्री बढ़ाने के लिए, बल्कि भविष्य के लिए भी तैयार होने के लिए।

    अगर आप इसे बस एक क्वार्टरली नंबर समझ रहे हैं, तो आप बहुत कम देख रहे हैं।

    मैंने देखा है - उनके नए लिक्विड कॉफी पैकेट्स अब ऑफिस में भी बहुत चल रहे हैं। ये न सिर्फ एक ड्रिंक है, बल्कि एक लाइफस्टाइल है।

    और हाँ, एक्सपोर्ट्स में भी बढ़ोतरी हुई है - विशेषकर मध्य पूर्व और अफ्रीका में।

    इसलिए ये ग्रोथ असली है। बस इसे जानने की जरूरत है।

  • Rahul Tamboli

    Rahul Tamboli

    25/मई/2025

    नेस्ले ने फिर से बड़ा नंबर दिखाया 😏 और लोग जश्न मना रहे हैं... जबकि असल में ये सब बस एक ब्रांडिंग ट्रिक है।

    क्या आपने कभी देखा है कि नेस्कैफे के पैकेट पर लिखा है - ‘असली कॉफी’? लेकिन असली कॉफी तो आपके घर के पीछे वाले दुकानदार बेचता है, ₹50 में।

    ये बस एक लाइफस्टाइल बेच रही है। और लोग खरीद रहे हैं।

    और डिविडेंड? बस एक धोखा है। जब तक आप नेस्ले के शेयर नहीं रखते, तब तक आपको पता नहीं चलेगा कि ये नंबर बनाए गए हैं।

    और शेयर प्राइस बढ़ा? बस एक फेक न्यूज़ के बाद हुआ।

    अगली बार जब कोई नेस्ले की ग्रोथ की बात करे, तो बस बोल देना - ये बस एक ब्रांड है, जो आपकी आदतों को बेच रहा है।

  • HIMANSHU KANDPAL

    HIMANSHU KANDPAL

    25/मई/2025

    मैंने ये सब पढ़ा... और बस एक सवाल उठा - क्या हम अपने बच्चों को इसी तरह की ब्रांड्स के साथ बड़ा रहे हैं? जब एक बच्चा अपने घर में कॉफी पीता है, तो वो नेस्कैफे की बात करता है।

    क्या ये हमारी संस्कृति है? या हम बस एक ब्रांड के नियंत्रण में हैं?

    मैं तो ये कहूँगा - हम अपने दिमाग को बेच रहे हैं।

    और इसके लिए नेस्ले को बधाई देना गलत है।

    ये एक बड़ा ड्रामा है।

    हम अपने बच्चों को नेस्कैफे के बारे में सिखा रहे हैं... लेकिन क्या हम उन्हें असली चीज़ों के बारे में भी सिखा रहे हैं?

    ये बस एक ब्रांड नहीं... ये एक विचारधारा है।

    और मैं इसके खिलाफ हूँ।

  • Puru Aadi

    Puru Aadi

    25/मई/2025

    ये तो बहुत अच्छा हुआ! 😊 नेस्कैफे ने फिर से भारत को गर्व दिलाया! 🇮🇳☕

    ग्रामीण इलाकों में भी अब लोग कॉफी पी रहे हैं - ये बस एक बिक्री नहीं, बल्कि एक बदलाव है।

    और डिविडेंड? बस एक बड़ा अच्छा बोनस! 🎉

    मैं भी नेस्ले के शेयर रखता हूँ - ये कंपनी अच्छी है।

  • Nripen chandra Singh

    Nripen chandra Singh

    25/मई/2025

    ग्रोथ है या बाजार का नियंत्रण

    क्या ये असली ग्रोथ है या बस एक ब्रांड का दम

    क्या लोग नेस्कैफे पी रहे हैं या बस उसके नाम को पी रहे हैं

    जब तक आप नहीं जानते कि ये कॉफी कैसे बनती है तब तक आप बस एक भावना पी रहे हैं

    और डिविडेंड? बस एक चिंगारी

    जो अंधेरे में चमकती है

    लेकिन रात अभी खत्म नहीं हुई

    और जब आँधी आएगी

    तो ये चिंगारी बुझ जाएगी

  • Vidhinesh Yadav

    Vidhinesh Yadav

    25/मई/2025

    मैंने एक छोटे शहर में एक दुकान पर जाकर देखा - नेस्कैफे के पैकेट बहुत ज्यादा बिक रहे थे, लेकिन उनके बगल में एक छोटा बर्तन था, जिसमें घर की बनी कॉफी बेची जा रही थी।

    उस दुकानदार ने मुझे बताया - अब लोग दोनों खरीदते हैं।

    एक नेस्कैफे ऑफिस के लिए, दूसरा घर के लिए।

    ये बात बहुत अच्छी है।

    क्योंकि ये दिखाता है कि लोग ब्रांड और असली चीज़ दोनों की कीमत जानते हैं।

    और इसलिए ये ग्रोथ असली है।

    क्योंकि ये बाजार की चुनाव शक्ति है।

    न कि बस एक ब्रांड की शक्ति।

  • RAKESH PANDEY

    RAKESH PANDEY

    25/मई/2025

    नेस्ले के इस प्रदर्शन को देखकर एक बात साफ होती है - ये कंपनी ने बाजार के बदलते रुझानों को समझा है।

    उन्होंने छोटे शहरों में लोकल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को मजबूत किया, जिससे उत्पादों की पहुँच बढ़ी।

    इसके साथ ही उन्होंने उत्पादों की गुणवत्ता को नहीं छोड़ा।

    नेस्कैफे की लोकप्रियता तो लंबे समय से चल रही है, लेकिन अब उन्होंने इसे नए तरीकों से लॉन्च किया है - लिक्विड कॉफी, प्रीमियम वेरिएंट्स, और छोटे पैकेट्स।

    ये सब बहुत बुद्धिमानी से किया गया है।

    और डिविडेंड? ये निवेशकों को विश्वास दिलाने का एक संकेत है कि कंपनी के पास लंबे समय तक चलने की क्षमता है।

    शेयर प्राइस में बढ़ोतरी भी इसी का परिणाम है।

    इसलिए ये एक बहुत ही स्वस्थ और स्थायी ग्रोथ है।

    बस इसे समझना चाहिए।

  • Raghav Khanna

    Raghav Khanna

    25/मई/2025

    मैं इस रिपोर्ट को ध्यान से पढ़ चुका हूँ।

    नेस्ले इंडिया का यह प्रदर्शन वास्तव में प्रशंसनीय है।

    फ़एमसीजी सेक्टर में विश्राम के बीच भी उन्होंने निरंतर विकास बनाए रखा है।

    नेस्कैफे के बेवरेज सेगमेंट में डबल डिजिट ग्रोथ एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।

    इसके पीछे डिस्ट्रीब्यूशन, मार्केटिंग और उत्पाद विकास का बेहतरीन समन्वय है।

    ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ी हुई बिक्री भी एक महत्वपूर्ण बिंदु है।

    डिविडेंड की घोषणा निवेशकों के लिए एक विश्वास का संकेत है।

    यह एक ऐसी कंपनी है जो लंबे समय तक चलने की योजना बना रही है।

    इसलिए मैं इस नतीजे को बहुत सकारात्मक ढंग से देखता हूँ।

  • Jayasree Sinha

    Jayasree Sinha

    25/मई/2025

    मैंने इस रिपोर्ट को ध्यान से पढ़ा।

    नेस्ले का यह प्रदर्शन वास्तव में उल्लेखनीय है।

    लेकिन क्या हम इसे बस एक ब्रांड की सफलता के रूप में देख रहे हैं?

    या क्या हम इसे एक व्यापारिक निर्णय के रूप में देख रहे हैं?

    क्या यह ग्रोथ वास्तव में उपभोक्ता के हित में है?

    या क्या यह केवल शेयरधारकों के हित में है?

    यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण सवाल है।

    मैं इसे एक निष्पक्ष दृष्टिकोण से देखना चाहती हूँ।

    क्योंकि जब एक कंपनी इतनी बड़ी ग्रोथ दिखाती है, तो उसके पीछे की बातें भी जानना जरूरी है।

  • Vaibhav Patle

    Vaibhav Patle

    25/मई/2025

    ये तो बहुत अच्छी खबर है! 😊

    नेस्कैफे ने फिर से भारत को गर्व दिलाया!

    मैंने अपने दोस्तों के साथ बात की - सब नेस्कैफे की बात कर रहे हैं।

    और डिविडेंड? बस एक बड़ा बोनस! 🎉

    मैं भी नेस्ले के शेयर रखता हूँ।

    ये कंपनी अच्छी है।

    हमारी देश की बड़ी कंपनी है।

    मैं इसे बहुत पसंद करता हूँ।

  • Hira Singh

    Hira Singh

    25/मई/2025

    ये तो बहुत अच्छा हुआ! 🙌

    नेस्कैफे की ग्रोथ देखकर दिल खुश हो गया।

    ग्रामीण इलाकों में भी अब लोग कॉफी पी रहे हैं - ये बस एक बिक्री नहीं, बल्कि एक बदलाव है।

    और डिविडेंड? बस एक बड़ा अच्छा बोनस! 🎉

    मैं भी नेस्ले के शेयर रखता हूँ - ये कंपनी अच्छी है।

  • Garima Choudhury

    Garima Choudhury

    25/मई/2025

    नेस्ले ने फिर से जाल बिछाया है

    ये सब बस एक फेक नंबर है

    और तुम सब उस पर भरोसा कर रहे हो

    क्या तुम्हें नहीं पता कि नेस्ले ने अपने उत्पादों में अब नमक और शुगर बढ़ा दिया है?

    और तुम उसकी ग्रोथ की बात कर रहे हो

    ये तो बस एक बड़ा धोखा है

    तुम सब बस एक ब्रांड के नाम पर भावुक हो गए हो

    और ये सब तुम्हारे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है

  • Ramya Kumary

    Ramya Kumary

    25/मई/2025

    ये ग्रोथ बस एक नंबर नहीं है - ये एक विचार है।

    एक विचार जो बताता है कि एक छोटा सा ब्रांड, एक छोटी सी बिक्री, एक छोटी सी बात, भी एक बड़ी बदलाव का हिस्सा बन सकती है।

    जब एक ग्रामीण लड़का अपने घर के बाहर नेस्कैफे की एक चुटकी लेता है, तो वो बस कॉफी नहीं पी रहा - वो एक नई दुनिया की ओर बढ़ रहा है।

    ये ग्रोथ बाजार की नहीं, दिमाग की है।

    और ये बदलाव असली है।

    क्योंकि जब एक आदमी अपने दिन की शुरुआत एक कप कॉफी से करता है, तो वो बस एक पेय नहीं ले रहा - वो एक अहसास ले रहा है।

    और ये अहसास बहुत कीमती है।

    इसलिए ये ग्रोथ बस एक नंबर नहीं है।

    ये एक जीवन है।

  • Rohith Reddy

    Rohith Reddy

    25/मई/2025

    ये सब बस एक धोखा है

    नेस्ले ने बस अपने ब्रांड को बढ़ाया है

    लेकिन उन्होंने अपने उत्पादों में चीनी और नमक बढ़ा दिया है

    और तुम सब इसे ग्रोथ कह रहे हो

    ये तो बस एक बड़ा धोखा है

    और तुम सब बस एक ब्रांड के नाम पर भावुक हो गए हो

    और ये सब तुम्हारे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है

    और अगर तुम्हें ये नहीं लगता तो तुम बस नहीं देख रहे हो

    ये सब बस एक बड़ा धोखा है

  • Nikita Gorbukhov

    Nikita Gorbukhov

    25/मई/2025

    नेस्ले ने फिर से जाल बिछाया है 😏

    ये सब बस एक धोखा है

    और तुम सब उस पर भरोसा कर रहे हो

    क्या तुम्हें नहीं पता कि नेस्ले ने अपने उत्पादों में अब नमक और शुगर बढ़ा दिया है?

    और तुम उसकी ग्रोथ की बात कर रहे हो

    ये तो बस एक बड़ा धोखा है

    तुम सब बस एक ब्रांड के नाम पर भावुक हो गए हो

    और ये सब तुम्हारे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है

    और अगर तुम्हें ये नहीं लगता तो तुम बस नहीं देख रहे हो

    ये सब बस एक बड़ा धोखा है

  • Snehal Patil

    Snehal Patil

    25/मई/2025

    ये सब बस एक बड़ा धोखा है

    नेस्ले ने बस अपने ब्रांड को बढ़ाया है

    लेकिन उन्होंने अपने उत्पादों में चीनी और नमक बढ़ा दिया है

    और तुम सब इसे ग्रोथ कह रहे हो

    ये तो बस एक बड़ा धोखा है

    और तुम सब बस एक ब्रांड के नाम पर भावुक हो गए हो

    और ये सब तुम्हारे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा है

  • Sumit Bhattacharya

    Sumit Bhattacharya

    25/मई/2025

    नेस्ले का यह प्रदर्शन बहुत गंभीर और योजनाबद्ध रूप से आयोजित एक उद्यम का परिणाम है।

    इसमें केवल बिक्री नहीं, बल्कि लंबे समय के लिए उपभोक्ता विश्वास का निर्माण शामिल है।

    उन्होंने ग्रामीण बाजारों में वितरण नेटवर्क को बढ़ाया, जिससे उत्पादों की पहुंच बढ़ी।

    उन्होंने उत्पादों की गुणवत्ता को नहीं छोड़ा।

    और डिविडेंड की घोषणा निवेशकों को एक दृढ़ भरोसा देती है।

    यह एक बहुत ही स्थिर और टिकाऊ व्यवसाय की नींव है।

    इसलिए यह एक वास्तविक और स्वस्थ ग्रोथ है।

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