अर्धशतक – क्रिकेट में नया मील का पत्थर

जब कोई बल्लेबाज 50 रन बना लेता है तो उसे ‘अर्धशतक’ कहा जाता है। यह अंक सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि मैच के मोड़ को बदलने की ताकत रखती है। फिजिका माइंड पर हम हर अर्धशतक से जुड़ी खबरों को सीधे आपके सामने लाते हैं, ताकि आप खेल के सबसे रोमांचक पलों को मिस न करें।

हाल के अर्धशतक रिकॉर्ड

इस सीजन में कई खिलाड़ी ने अपनी बैटिंग पर दबदबा दिखाया है। उदाहरण के तौर पर, LSG बनाम DC मैच में एडन मार्करम ने अपना चौथा अर्धशतक बनाया – यह उनका व्यक्तिगत आईपीएल सिजन रेकॉर्ड था। स्ट्राइक रेट 150% से ऊपर पहुँच गया और टीम ने 159 रन बना कर जीत हासिल की। इसी तरह, ऑस्ट्रेलिया के जोश इंग्लिस ने T20 सीरीज़ में 78* बनाकर वेस्ट इंडीज को 8 विकेट से हराया।

इसी महीने लंदन के लॉर्ड्स ग्राउंड में दलीप वेन्गसरकर और जो रूट ने लगातार तीन शतक लगाते हुए इतिहास लिखा, लेकिन उनका अर्धशतक भी कई बार मैच की दिशा बदलता रहा है। ये सब उदाहरण बताते हैं कि कैसे एक छोटा‑सा 50 रन टीम को जीत के करीब ले जा सकता है।

कौन बनाता है सबसे ज्यादा अर्धशतक?

अधिकतर बल्लेबाजों में तेज़ गति वाले ओपनर या भरोसेमंद मिड‑ऑर्डर खिलाड़ी अधिक अर्धशतक बनाते हैं। पिछले कुछ सालों में विराट कोहली, रोहित शर्मा और शिखर धवन जैसे नाम अक्सर सूची में रहते आए हैं। उनके अर्धशतक न केवल स्कोरबोर्ड पर दिखते हैं बल्कि टीम के आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं।

यदि आप नई प्रतिभाओं की बात करें तो एडन मार्करम, जो अभी सिर्फ अपनी शुरुआत कर रहा है, ने पहले ही दो सीज़न में तीन अर्धशतक बना लिए हैं। इस तरह की युवा ऊर्जा भविष्य के बड़े रिकॉर्ड बनाने का संकेत देती है।

फिजिका माइंड पर आप इन सभी कहानियों को विस्तृत रूप में पढ़ सकते हैं और हर मैच की बारीकी से विश्लेषण भी पा सकते हैं। चाहे वह आईपीएल हो, अंतरराष्ट्रीय टी‑20 या टेस्ट, अर्धशतक हमेशा एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन जाता है। तो अगली बार जब आप स्कोर देखेंगे, ध्यान रखें कि 50 रन की इस छोटी सी सफलता में कितनी बड़ी संभावनाएँ छुपी होती हैं।

यशस्वी जायसवाल ने बनाया भारत के लिए तीसरा सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक

यशस्वी जायसवाल ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में मात्र 31 गेंदों में अर्धशतक पूरा करके भारत के लिए तीसरा सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक बनाया। जायसवाल ने अपनी पारी में 51 गेंदों पर 72 रन बनाकर टीम के बल्लेबाजी को मजबूत किया। जब वह आउट हुए, तब भारत का स्कोर 14.2 ओवर में 127 रन पर पहुंच चुका था।

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