प्रदूषण: क्या है, क्यों बढ़ रहा है और आप क्या कर सकते हैं?

जब हम बाहर निकलते हैं तो अक्सर धुंधली हवा या गंदे नाले देखते हैं। यही वही चीज़ है जिसे हम प्रदूषण कहते हैं। यह सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य, खेती‑बाड़ी और जल जीवन पर सीधे असर डालने वाला मुद्दा है। इस लेख में मैं आपको सरल भाषा में समझाऊँगा कि प्रदूषण कहाँ से आता है और रोज‑मर्रा की जिंदगी में छोटे‑छोटे कदमों से कैसे इसे कम किया जा सकता है।

प्रदूषण के मुख्य प्रकार

सबसे पहले जान लेते हैं कि प्रदूषण किस‑किस रूप में हमारे आसपास मौजूद है:

  • वायु प्रदूषण: कार, फैक्ट्री और कोयले की जलन से निकले धुएँ। खासकर दिल्ली‑एनसीआर में PM2.5 का स्तर अक्सर सुरक्षित सीमा से बाहर रहता है।
  • जल प्रदूषण: नदियों, तालाबों या कुओं में औद्योगिक अपशिष्ट, प्लास्टिक और कीटनाशक मिल जाना। इससे पीने के पानी में बेकाबू बैक्टेरिया आ जाता है।
  • भूमि (मिट्टी) प्रदूषण: रासायनिक उर्वरकों, पेस्टिसाइड्स या ठोस कचरे का अनियंत्रित फेंकना। इससे फसल की उपज घटती है और खाने में विषाक्तता बढ़ती है।
  • ध्वनि प्रदूषण: ट्रैफिक, निर्माण कार्य और बड़े स्पीकर से उत्पन्न तेज़ आवाज़ जो सुनने की क्षमता को नुकसान पहुँचा सकती है।

इनमें सबसे खतरनाक अक्सर वायु और जल प्रदूषण माना जाता है क्योंकि यह सीधे हमारे फेफ़ड़ों और पाचन तंत्र में घुसता है।

पर्यावरण बचाने के आसान कदम

अब बात करते हैं उन छोटे‑छोटे कामों की, जो आप रोज़ कर सकते हैं:

  • पैदल या साइकिल चलाएँ: अगर दूरी कम है तो कार नहीं, पैदल या साइकिल चुनें। इससे गैस उत्सर्जन घटता है और आपकी सेहत भी बेहतर होती है।
  • ऊर्जा बचत: लाइट बंद रखें जब जरूरत ना हो, एसी की सेटिंग 24°C पर रखें, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को प्लग आउट करें। छोटे‑छोटे बचाव बड़े असर डालते हैं।
  • प्लास्टिक कम उपयोग: खरीदारी में कपड़े के बैग लें, पानी की बोतलें न खरीदें और एक बार इस्तेमाल वाले स्ट्रॉ से दूर रहें। प्लास्टिक को रीसायकिल करना भी मदद करता है।
  • कचरा सही तरीके से फेंकेँ: कागज, धातु, प्लास्टिक अलग-अलग डिब्बों में रखें। जैविक कचरे को कम्पोस्ट करने की कोशिश करें। इससे लैंडफ़िल भरना धीमा होगा।
  • पानी बचाएँ: टॉइलेट लीकेज ठीक कराएं, नहाते समय पानी बंद रखें और बर्तन धोने में बकल लगाकर उपयोग करें। हर लीटर बचत बड़ा अंतर बनाती है।

इन उपायों को अपनाने से ना सिर्फ आपके घर का कार्बन फुटप्रिंट घटेगा, बल्कि पड़ोसी और समुदाय भी प्रेरित होंगे।

अगर आप अपने शहर में चल रही प्रदूषण संबंधी खबरें देखना चाहते हैं तो फिजिकामाइंड के टैग पेज पर ‘प्रदूषण’ से जुड़े लेख पढ़ सकते हैं। यहाँ आपको एयर क्वालिटी अपडेट, जल गुणवत्ता रिपोर्ट और सरकारी योजनाओं की जानकारी मिलती है—सभी आसान भाषा में।

समाप्ति में एक बात याद रखें: प्रदुशन को रोकना बड़ी राजनीति नहीं, बल्कि व्यक्तिगत जिम्मेदारी का सवाल है। छोटे‑छोटे बदलावों से बड़े परिणाम आते हैं, तो चलिए आज ही शुरुआत करते हैं। आपका स्वस्थ भविष्य आपके हाथ में है।

दिल्ली हवाईअड्डे पर खराब मौसम और प्रदूषण से 100 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित

दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सोमवार को खराब मौसम और अत्यधिक प्रदूषण के चलते 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं। 15 उड़ानों को दूसरे हवाईअड्डों की ओर मोड़ना पड़ा, जबकि शेष उड़ानें देरी से चलीं। दृश्यता के खराब होने के कारण उड़ान संचालन में बाधा आई, जिसके चलते यात्रियों को कष्ट का सामना करना पड़ा।

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