वायु प्रदूषण क्या है और क्यों चिंता का कारण बनता है?

जब हवा में धूल, गैस या कण जमा हो जाते हैं तो वही वायु प्रदूषण कहलाता है। यह सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं—गाँव‑देहात में भी खेतों के जलाने या बर्नर की धुँआ से असर पड़ता है। रोज़ हम सांस लेते हैं, इसलिए इसको समझना और कंट्रोल करना ज़रूरी है।

मुख्य कारण

सबसे बड़ा कारण वाहनों का धुँआ है। पेट्रोल‑डिजल कारें और मोटरसाइकिलें नाइट्रोजन ऑक्साइड, पार्टिकुलेट मैटर (PM2.5) और सल्फर डाइऑक्साइड छोड़ती हैं। इसके बाद औद्योगिक प्लांट से निकास गैस आती है—कोयला, सीमेंट या स्टील फैक्ट्री में जले हुए कोयले की धुँआ बहुत हानिकारक होती है।

घरेलू स्तर पर भी बड़ी भूमिका है: लकड़ी‑बर्नर, बायोमास किचन और खुले में कचरा जलाना हवा को गंदा करता है। मौसम के कारण कभी‑कभी ठंडी सुबह में उलटी धुँआ (इंवर्ज़न) बनती है, जिससे प्रदूषकों का स्तर अचानक बढ़ जाता है।

स्वस्थ रहने के उपाय

आपके पास कई आसान कदम हैं:

  • घर में एअर प्यूरीफ़ायर या किफायती HEPA फ़िल्टर वाले पंखे लगाएँ।
  • सड़क पर चलने वाली साइकिल या पैदल यात्रा को अपनाएँ, इससे वाहनों का धुँआ कम होगा।
  • भोजन तैयार करते समय गैस स्टोव की जगह इलेक्ट्रिक या इंडक्शन का प्रयोग करें।
  • बगीचे में पौधे लगाएँ—मॉर्निंग ग्लोरी, तुलसी और पुदीना हवा को साफ करने में मदद करते हैं।
  • हर दिन सुबह‑शाम के समय बाहर निकलें जब वायु गुणवत्ता बेहतर हो; अगर एपीआई (Air Quality Index) 100 से नीचे है तो बाहरी काम सुरक्षित रहता है।

सरकार भी कदम उठा रही है: सख्त उत्सर्जन मानक, इलेक्ट्रिक वाहन प्रोत्साहन और हर साल प्रदूषण नियंत्रण योजना जारी करती है। लेकिन व्यक्तिगत प्रयासों के बिना बड़े बदलाव नहीं आ सकते। इसलिए अपने पड़ोस में साफ‑सफाई ड्राइव या कचरा जलाने से रोकने की पहल करें।

अगर आप वायु प्रदूषण को गंभीरता से लेते हैं तो न सिर्फ अपनी सेहत बचा पाएँगे, बल्कि भविष्य की पीढ़ी के लिए स्वच्छ पर्यावरण भी छोड़ेंगे। छोटा‑छोटा बदलाव मिलकर बड़ी फ़र्क़ डालते हैं—आज ही एक कदम उठाएँ!

दिल्ली वायु प्रदूषण: आनंद विहार में 450 पार, चारों ओर फैला 'गंभीर' स्तर का धुआं

दिल्ली में सोमवार सुबह घने धुएं के बीच जागे लोग, जहां कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। आनंद विहार में AQI 450 पार कर गया, जबकि अक्षरधाम और द्वारका जैसे क्षेत्रों में यह 'बहुत खराब' दर्ज हुआ। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने BJP को वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया।

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