• घर
  • WBTET 2023 का अंतिम उत्तर कुंजी जारी, परिणाम सिर्फ 2.47% पास दर के साथ

WBTET 2023 का अंतिम उत्तर कुंजी जारी, परिणाम सिर्फ 2.47% पास दर के साथ

शिक्षा

अंतिम उत्तर कुंजी जारी

पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन (WBBPE) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर WBTET 2023 की अंतिम उत्तर कुंजी प्रकाशित कर दी है। यह परीक्षा 24 दिसंबर 2023 को क्लास I‑V के प्राथमिक शिक्षक पदों के लिए आयोजित की गई थी। परीक्षा ऑफलाइन मोड में 150 मिनट तक चलती थी और इसमें नकारात्मक अंकन नहीं था।

उम्मीदवारों ने दी गई उत्तर कुंजी को अपनी OMR शीट से तुलना करके देख सकते हैं कि कौन से प्रश्नों में बदलाव हुआ है। बोर्ड के अध्यक्ष गौतम पाल ने बताया कि एक विशेषज्ञ कमेटी ने सभी विवादित प्रश्नों पर विस्तृत जाँच की, और अंतिम निर्णय के बाद ही उत्तर कुंजी को अंतिम रूप दिया गया।

परिणाम की विस्तृत जानकारी

परिणाम देखे जाने पर एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया – 2,73,147 लिखित परीक्षार्थियों में से केवल 6,754 ने क्लास I‑V के 13,421 उपलब्ध पदों में सफलतापूर्वक प्रवेश किया, यानी पास दर मात्र 2.47 प्रतिशत। यह दर पिछले वर्षों की तुलना में बहुत कम है, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि चयन प्रक्रिया कड़ी थी।

परिणाम डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवार को अपनी रजिस्ट्रीशन नंबर और जन्म तिथि को लॉगिन जानकारी के रूप में इस्तेमाल करना होगा। वेबसाइट पर WBTET स्कोरकार्ड PDF लिंक पर क्लिक करने के बाद ये विवरण भरने पर स्कोर कार्ड का प्रीव्यू दिखेगा, जिसे प्रिंट या सेव किया जा सकता है। सफल उम्मीदवार को मिलने वाला प्रमाणपत्र सात साल तक वैध रहेगा, इसलिए इसे सुरक्षित रखना ज़रूरी है।

यदि किसी ने प्रारम्भिक उत्तर कुंजी में उठाए गए आपत्तियों को अंतिम उत्तर कुंजी में खारिज करवा दिया, तो वह फीस वापसी का हक़दार नहीं माना गया। यह निर्णय भी विशेषज्ञ कमेटी की विस्तृत समीक्षा के बाद लिया गया।

  • आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ: wbbpe.wb.gov.in
  • ‘WBTET 2023 Result’ या ‘Scorecard PDF’ लिंक पर क्लिक करें
  • रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्म तिथि दर्ज करें
  • परिणाम स्क्रीन पर अपना स्कोर देखें और आवश्यकतानुसार प्रिंट करें

भविष्य में नौकरी की तलाश करने वाले शिक्षक aspirants को सलाह दी जाती है कि वे उत्तर कुंजी को ध्यान से पढ़ें, विशेषकर उन प्रश्नों को जो विवादित रहे हों। इससे अगली बार की तैयारी में मदद मिलेगी और संभावित त्रुटियों से बचा जा सकेगा।

राज्य के 13,421 प्राथमिक शिक्षक पदों की अत्यधिक प्रतिस्पर्धा को देखते हुए, उम्मीदवारों को अब अपने करियर प्लानिंग को पुनः समायोजित करना चाहिए—चाहे वह अतिरिक्त प्रशिक्षण ले, या फिर अन्य राज्य या निजी स्कूलों में अवसर तलाशे। वर्तमान में उपलब्ध डेटा के अनुसार, प्रश्नपत्र की कठिनाई स्तर और परीक्षण के चयन मानकों को समझना आगे की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण होगा।

टिप्पणि

  • Nitin Soni

    Nitin Soni

    25/सित॰/2025

    बहुत अच्छा हुआ कि अंतिम उत्तर कुंजी जारी हो गई। अब हर कोई अपनी तैयारी को दोबारा जांच सकता है। ये 2.47% पास दर तो दिल तोड़ देती है, लेकिन हार मान लेना नहीं है। कोई भी बात आसान नहीं होती, लेकिन मेहनत करने वालों का रास्ता हमेशा खुलता है।

  • varun chauhan

    varun chauhan

    25/सित॰/2025

    अच्छा लगा कि बोर्ड ने विवादित प्रश्नों पर विशेषज्ञ कमेटी की रिपोर्ट को माना 😊 अब बस तैयारी जारी रखो, अगली बार तुम भी टॉप पर हो सकते हो 🙌

  • Prince Ranjan

    Prince Ranjan

    25/सित॰/2025

    2.47 प्रतिशत पास दर यानी ये परीक्षा नहीं बल्कि एक जाल है जिसमें आम इंसान को फंसाकर बोर्ड अपनी अधिकारिक शक्ति दिखा रहा है। ये सब ठेकेदारी है और शिक्षक बनने की आशा वालों को चाकू से काट रहे हैं। क्या ये लोग बच्चों को पढ़ाएंगे या बस एक बार नियुक्ति के बाद छोड़ देंगे। ये सिस्टम खराब है और इसे तोड़ना होगा।

  • Suhas R

    Suhas R

    25/सित॰/2025

    ये सब एक बड़ा षड्यंत्र है। बोर्ड ने जानबूझकर प्रश्न कठिन रखे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग फेल हो जाएं। फिर वो नौकरी अपने लिए रख लेते हैं। मैंने अपने भाई को देखा है, उसके 120 में से 118 सही थे, लेकिन फिर भी फेल। ये नहीं हो सकता। ये बस एक नियोजित विफलता है।

  • Pradeep Asthana

    Pradeep Asthana

    25/सित॰/2025

    तुम सब बस फेल हो गए और अब बोर्ड को दोष दे रहे हो। अगर तुम इतने तैयार थे तो ये पास क्यों नहीं हुए? इस देश में जो भी परीक्षा होती है, उसमें लोग अपनी कमजोरी को ढकने के लिए षड्यंत्र की बात करते हैं। तुम्हें अपनी तैयारी पर नजर डालनी चाहिए। बस एक नोटबुक ले और दोबारा पढ़ो।

  • Shreyash Kaswa

    Shreyash Kaswa

    25/सित॰/2025

    भारत के शिक्षण प्रणाली में गुणवत्ता बनाए रखना बहुत जरूरी है। ये कम पास दर बताती है कि बोर्ड ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है। हमें इसे निराशा के रूप में नहीं, बल्कि एक चुनौती के रूप में देखना चाहिए। जो लोग आज फेल हुए, वो कल जरूर सफल होंगे।

  • Sweety Spicy

    Sweety Spicy

    25/सित॰/2025

    2.47% पास दर? ये तो एक अवैध नियम है। अगर इतने कम लोग पास हो रहे हैं तो फिर पदों की संख्या क्यों 13,421 है? ये सिर्फ एक चाल है जिससे बोर्ड अपनी नौकरियां बचा रहा है। अगर तुम वास्तव में शिक्षक चाहते हो, तो अपने आप को एक विद्वान बनाओ, न कि एक उम्मीदवार।

  • Maj Pedersen

    Maj Pedersen

    25/सित॰/2025

    हर एक उम्मीदवार के पीछे एक कहानी होती है। इस परिणाम से निराश होने की बजाय, उन लोगों को समर्थन देना चाहिए जो लगातार प्रयास कर रहे हैं। आप अकेले नहीं हैं। आपकी मेहनत देखी जा रही है, और आपका समय आएगा।

  • Ratanbir Kalra

    Ratanbir Kalra

    25/सित॰/2025

    क्या ये परीक्षा शिक्षक की योग्यता माप रही है या बस एक बड़ी जांच है जिसमें लोगों की टेंशन बढ़ाई जा रही है? क्या एक शिक्षक बनने के लिए इतने जटिल प्रश्नों की जरूरत है? क्या वो बच्चों को पढ़ाएगा या बस एक फॉर्मूला याद करेगा? ये सवाल अभी भी बाकी हैं।

  • Seemana Borkotoky

    Seemana Borkotoky

    25/सित॰/2025

    मैंने अपने गांव के एक शिक्षक को देखा है, जो बिना किसी डिग्री के बच्चों को बहुत अच्छे से पढ़ाता है। क्या ये परीक्षा वास्तविक शिक्षण क्षमता को माप रही है? या बस एक दस्तावेज़ीकरण का खेल है? हमें शिक्षा को बदलने की जरूरत है, न कि इसे और जटिल बनाने की।

  • Sarvasv Arora

    Sarvasv Arora

    25/सित॰/2025

    ये सब बकवास है। लोग दिन भर काम करते हैं, रात को पढ़ते हैं, और फिर भी फेल हो जाते हैं। बोर्ड के पास जो बात है वो तो बस एक राजनीतिक तर्क है। अगर तुम्हें पास होना है तो बोर्ड के साथ अपनी बात बात करो। वरना बस अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हो।

  • Jasdeep Singh

    Jasdeep Singh

    25/सित॰/2025

    पास दर 2.47% यानी ये परीक्षा एक नियंत्रण यंत्र है। बोर्ड ने जानबूझकर प्रश्नों को अत्यधिक जटिल बनाया है ताकि केवल उन्हीं लोगों को चयन किया जा सके जो उनके साथ निकट संबंध रखते हैं। ये एक व्यवस्थित विकृति है जिसमें शिक्षा का नाम लेकर नौकरी की गुटखेली चल रही है। इसे खुलासा करने के लिए कानूनी कार्रवाई की जरूरत है।

  • Rakesh Joshi

    Rakesh Joshi

    25/सित॰/2025

    मैंने भी ये परीक्षा दी थी। फेल हो गया लेकिन निराश नहीं हुआ। अगली बार और ज्यादा तैयार होऊंगा। ये दुनिया बदल रही है, और हमें भी बदलना होगा। एक बार फिर से शुरुआत करो। आप नहीं तो आपका बच्चा बदल देगा।

  • HIMANSHU KANDPAL

    HIMANSHU KANDPAL

    25/सित॰/2025

    इस तरह की परीक्षा में पास होना असंभव है। बोर्ड को लगता है कि ये लोग बच्चों को पढ़ाएंगे? नहीं। ये लोग बस एक डॉक्यूमेंट बनाने के लिए यहां हैं। ये सिस्टम खराब है। और जो लोग इसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं, वो भी खराब हैं।

  • Arya Darmawan

    Arya Darmawan

    25/सित॰/2025

    अगर आप फेल हो गए हैं, तो बस ये नहीं समझिए कि आपकी क्षमता कम है। बल्कि समझिए कि आपको अपनी तैयारी के तरीके में बदलाव करना होगा। विशेषज्ञ कमेटी की रिपोर्ट को देखें, विवादित प्रश्नों का विश्लेषण करें, और अगली बार उन्हीं पर ध्यान दें। ये निराशा नहीं, एक नया अवसर है।

  • Raghav Khanna

    Raghav Khanna

    25/सित॰/2025

    मैं एक प्राथमिक शिक्षक हूं और मैं इस परीक्षा के आधार पर नौकरी पाया। लेकिन मैं जानता हूं कि इसके पीछे लाखों लोगों की मेहनत छिपी है। अगर आप फेल हुए हैं, तो ये आपकी शक्ति का परीक्षण नहीं, बल्कि आपकी लगन का परीक्षण है। दोबारा प्रयास करें। आप अकेले नहीं हैं।

  • Rohith Reddy

    Rohith Reddy

    25/सित॰/2025

    ये सब बस एक धोखा है। बोर्ड के पास पहले से ही नाम तैयार हैं। ये परीक्षा बस एक आच्छादन है। मैंने अपने एक दोस्त को बताया था कि उसका नाम नहीं आएगा। और वो आया नहीं। लेकिन जिसने बोर्ड के अंदर दोस्त थे, वो पास हो गया। ये एक अंधेरा नियम है।

  • Vidhinesh Yadav

    Vidhinesh Yadav

    25/सित॰/2025

    ये जो 2.47% है, वो आंकड़ा नहीं, एक चेतावनी है। शिक्षा एक अधिकार है, न कि एक प्रतियोगिता। हमें ये सोचना चाहिए कि क्या हम असली शिक्षक बनाना चाहते हैं या बस एक फॉर्मलिटी पूरी करनी है? इस बार फेल होने वालों के लिए मेंटरशिप चाहिए, न कि निराशा।

एक टिप्पणी लिखें