सुपर फोर में भारत का दबदबा
मैं जब भी Asia Cup 2025 की टेबल देखता हूँ, तो भारत का नाम सबसे ऊपर रहता है। अब तक दो मैच खेले, दोनों जीत कर 4 अंक ले लिया है और उनका नेट रन रेट +1.357 है, जो बाकी टीमों से बहुत बढ़िया है। ग्रुप‑ए में भी भारत ने तीन‑तीन मैच जीत कर +3.547 का शानदार नेट रन रेट बनाया था। इस निरंतरता ने उन्हें फाइनल की अटूट उम्मीद दी है।
भारत की टीम ने हर खेल में एक ही कहानी दोहराई – कड़े फील्डिंग, तेज़ बॉलिंग और भरोसेमंद बॅटिंग। ख़ासकर पिछले मैच में जब उन्होंने पाकिस्तान को हराया, तो उनका स्कोरबोर्ड इतना बड़ा रहा कि उनके नेट रन रेट में ज़्यादा इज़ाफ़ा हुआ। इस जीत ने अफग़ानिस्तान को भी सीधे बाहर कर दिया, क्योंकि उनका टूर्नामेंट अब खत्म हो गया।
पाकिस्तान पर दबाव और बांग्लादेश‑श्रीलंका की दुविधा
पाकिस्तान भी 4 अंक के साथ तालिका के शीर्ष पर है, लेकिन उनका नेट रन रेट सिर्फ +0.329 है। भारत की तुलना में यह बहुत कम है, इसलिए उनका हर आगे का मैच दो बार सोचना पड़ेगा। एक और हार या कम रन रेट वाला जीत दोनों ही उनके फाइनल के chances को घटा देगा। अब उनका काम है कि वे जीतें और साथ ही स्कोर को इतना बड़ा बनाएं कि नेट रन रेट में सुधार हो।
बांग्लादेश की स्थिति थोड़ी खस्ता है। उन्होंने तीन में से सिर्फ एक जीत पाई, जिससे उनके अंक 2 रह गए और नेट रन रेट -0.831 हो गया। अगर आगे की दो मैचें जीत लीं तो भी उन्हें बड़े अंतर से जीतना पड़ेगा, नहीं तो वे पहले ही बाहर हो जाएंगे।
श्रीलंका की तो बात ही नहीं बन रही। दो मैचों में कोई जीत नहीं मिली, अंक 0 और नेट रन रेट -0.590 है। उनके लिए अब केवल आशा बची है कि वे अगला मैच जितते हुए कुछ पॉज़िटिव रन बनायें, लेकिन फाइनल की राह से उनके कदम दूर हैं।
अफ़ग़ानिस्तान की निकासी पूरे एशिया में उनके समर्थकों को निराश कर गई। समूह चरण में उन्होंने काफ़ी अच्छा खेल दिखाया था, लेकिन सुपर फोर में भारत की तेज़ी ने उन्हें तुरंत बाहर कर दिया। इस बात से पता चलता है कि टूर्नामेंट क्रिकेट में किस्मत कितनी जल्दी बदल सकती है।
टूर्नामेंट यूएई में 9 से 28 सितम्बर 2025 तक चल रहा है, और हर मैच का महत्व बढ़ गया है। दर्शकों को अब सिर्फ जीत नहीं, बल्कि जीत के बड़े अंतर की भी उम्मीद रखनी होगी। यदि पाकिस्तान अपनी नेट रन रेट को सुधार नहीं पाए, तो वे फाइनल का बस एक विकल्प बन कर रह जाएंगे। बांग्लादेश और श्रीलंका के लिए तो यही आखिरी मौका है कि वे अपने खेल को बदलें और टेबल पर फिर से कुछ अंक जोड़ें।
जैसे ही अगले मैच शुरू होते हैं, हम सभी को यह देखना बाकी है कि कौन‑सी टीम अपनी ताक़त दिखा पाती है और कौन‑सी टीम हार के दर्द का सामना करती है। इस मुक़ाबले में हर बॉल, हर रन मायने रखता है, और यही तो क्रिकेट को इतना रोमांचक बनाता है।
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