न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में धमाकेदार शुरुआत की — और इसके पीछे दो बड़े नाम थे: केन विलियमसन और नाथन स्मिथ। 26 अक्टूबर 2025 को बे ओवल, माउंट मैंगनुई में शुरू हुई इस तीन मैचों की सीरीज में, दोनों खिलाड़ियों ने सात महीने की विराम के बाद वापसी की, और उनकी उपस्थिति ने टीम को एक नई गहराई दी। इंग्लैंड ने T20I सीरीज जीती थी, लेकिन वनडे में उनकी टीम बिल्कुल अलग दिखी — बल्लेबाजी में बेबस, गेंदबाजी में अक्षम। न्यूजीलैंड ने पहले दो मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा कर लिया है, और अब तीसरा मैच क्राइस्टचर्च का हैग्ले ओवल में खेला जाएगा, जहां विलियमसन अपने घरेलू मैदान पर वापसी करेंगे।
केन विलियमसन की वापसी: अनुभव का अहसास
35 वर्षीय केन विलियमसन, जो टी20 सीरीज के दौरान हल्की स्वास्थ्य समस्या के कारण बाहर थे, अब पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स के रणनीतिक सलाहकार के रूप में काम किया, और पिछले कुछ सालों में काउंटी क्रिकेट और द हंड्रेड से अपना नाम वापस ले लिया था। लेकिन जब न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें वनडे टीम में वापस बुलाया, तो उन्होंने बिना झिझक जवाब दिया। वह अपने घरेलू मैदान पर खेलने के लिए तैयार हैं — और इसका मतलब है कि उनकी अनुभवी बल्लेबाजी और शांत नेतृत्व की भूमिका टीम के लिए बहुत जरूरी है।दो जीत, दो अलग तरीके
पहले मैच में इंग्लैंड ने 35.2 ओवर में सिर्फ 223 रन बनाए। न्यूजीलैंड की टीम ने इसे 4 विकेट से पार कर लिया — और इसमें डैरिल मिचेल की नाबाद 78 रनों की पारी ने टीम को बचाया। दूसरे मैच में इंग्लैंड ने और भी खराब प्रदर्शन किया — 36 ओवरों में मात्र 175 रन। जहां उनके बल्लेबाजों में कोई भी 50 रन तक नहीं पहुंच पाया, वहीं न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने चारों ओर से दबाव बनाया। ब्लेयर टिकनर ने 4 विकेट लिए, जबकि नाथन स्मिथ ने 2 विकेट लेकर अपनी वापसी को यादगार बनाया।जवाब में न्यूजीलैंड ने 33.1 ओवर में लक्ष्य पूरा किया। रचिन रविंद्र (54) और डैरिल मिचेल (56*) ने जोड़ी बनाई, और कप्तान मिचेल सैंटनर नाबाद 34 रनों के साथ मैच जीते। यह दूसरा बार है जब उन्होंने नाबाद अर्धशतक लगाकर जीत दिलाई। इस टीम में कोई भी खिलाड़ी नहीं है जो दबाव में डर जाए — बल्कि सब बढ़ रहे हैं।
इंग्लैंड का गिरना: एक दशक का अंत
इंग्लैंड के लिए यह दौरा एक बड़ा झटका है। उन्होंने T20I में जीत दर्ज की थी, लेकिन वनडे में उनकी टीम बिल्कुल अलग दिखी। कप्तान हैरी ब्रूक ने दोनों मैचों में 34 रन बनाए — और वहीं टीम का कोई भी अन्य बल्लेबाज 40 रन तक नहीं पहुंच पाया। जैमी ओवरटन ने दूसरे मैच में 42 रन बनाए, लेकिन वह अकेले थे। बाकी बल्लेबाजों के लिए गेंदबाजी बहुत अच्छी रही। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को घुमाकर अक्सर बाहर कर दिया।यह पहली बार है जब इंग्लैंड को करीब दस साल बाद न्यूजीलैंड के सामने 200 रन का स्कोर भी नहीं क्रॉस कर पाना पड़ा। 2008 के बाद से यह पहली बार है कि न्यूजीलैंड ने घरेलू वनडे सीरीज में इंग्लैंड को 2-0 से हराया। इंग्लैंड के लिए यह एक बड़ी चेतावनी है — उनकी टीम अब तेज गेंदबाजी और दबाव वाले मैदानों पर असमर्थ लग रही है।
तीसरा मैच: केन विलियमसन का घरेलू अभिनय
तीसरा और अंतिम मैच 1 नवंबर 2025 को क्राइस्टचर्च का हैग्ले ओवल में खेला जाएगा। यह विलियमसन के लिए एक भावुक मौका है — यहीं उन्होंने अपनी शुरुआत की थी, और यहीं उन्होंने अपनी अधिकांश बड़ी पारियां खेली हैं। अगर वह इस मैच में शतक लगा दें, तो यह उनके करियर का सबसे खास मौका बन जाएगा। न्यूजीलैंड के लिए यह बस एक जीत नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है — जहां अनुभव और युवाओं का मिश्रण टीम को दुनिया के शीर्ष पर ले जा रहा है।क्या अब इंग्लैंड के लिए बदलाव जरूरी है?
इंग्लैंड के कोच और चयनकर्ता अब अपनी टीम के बल्लेबाजी क्रम पर सवाल उठा रहे हैं। उनकी टीम में कोई भी बल्लेबाज लंबी पारी खेलने की क्षमता नहीं दिखा। उनके लिए अब यह सवाल बन गया है — क्या उन्हें अपनी टीम में और अधिक टेक्निकल बल्लेबाजों की जरूरत है? क्या उन्हें ऑस्ट्रेलिया या भारत की तरह टीम को बेहतर तरीके से निर्मित करने की जरूरत है? यह सीरीज ने उन्हें एक सच्चाई दिखाई: वनडे क्रिकेट में बस बड़े शॉट्स से जीत नहीं मिलती।अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
केन विलियमसन की वापसी न्यूजीलैंड टीम के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
केन विलियमसन की वापसी न्यूजीलैंड के लिए अनुभव और शांत नेतृत्व का अहसास है। उनकी बल्लेबाजी दबाव में टीम को संभालने में मदद करती है, और उनकी उपस्थिति युवा खिलाड़ियों के लिए एक नमूना है। उन्होंने पिछले दो मैचों में नहीं खेला, लेकिन उनकी वापसी ने टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाया है।
नाथन स्मिथ की भूमिका क्या थी इस सीरीज में?
नाथन स्मिथ ने दूसरे मैच में 2 विकेट लेकर अपनी वापसी को यादगार बनाया। वह एक बाएं हाथ के ऑफ-स्पिनर हैं जो मध्य ओवरों में दबाव बनाते हैं। उनकी गेंदबाजी ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को निराश कर दिया, जिससे उनकी टीम का स्कोर 175 तक ही सीमित रहा।
इंग्लैंड की टीम क्यों इतनी कमजोर दिखी?
इंग्लैंड की टीम बल्लेबाजी में अस्थिर रही। उनके कोई भी बल्लेबाज 50 रन तक नहीं पहुंच पाया, और उनकी टीम में लंबी पारी खेलने की क्षमता नहीं है। उनकी टीम टी20 के अनुकूल है, लेकिन वनडे में उन्हें टेक्निकल बल्लेबाजों और धैर्य की जरूरत है।
क्या न्यूजीलैंड अब विश्व कप के लिए एक खतरनाक टीम बन गई है?
हां। न्यूजीलैंड की टीम अब अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का बेहतरीन मिश्रण है। मिचेल सैंटनर की कप्तानी, डैरिल मिचेल की बल्लेबाजी, और ब्लेयर टिकनर की गेंदबाजी ने उन्हें विश्व कप के लिए एक असली कैंडिडेट बना दिया है। उनकी टीम दबाव में भी खेल सकती है।
टिप्पणि
Sweety Spicy
29/अक्तू॰/2025अरे यार ये न्यूजीलैंड वाले तो बस एक तरफ से बात कर रहे हैं, इंग्लैंड के बल्लेबाज तो बस बार-बार लगे रहे, लेकिन उनकी बॉलिंग तो बिल्कुल नहीं थी, ये वनडे में टी20 का खेल खेल रहे हैं, अब तो ये सब बातें बस ट्रेंड के लिए हैं।
Maj Pedersen
29/अक्तू॰/2025इस सीरीज का असली जादू तो केन विलियमसन की शांत उपस्थिति में है। वो बस बैठे हैं, बल्ला नहीं उठाए, फिर भी टीम का आत्मविश्वास बढ़ गया। अनुभव कभी-कभी बल्ले से ज्यादा ताकतवर होता है।
Ratanbir Kalra
29/अक्तू॰/2025क्या हुआ इंग्लैंड के बल्लेबाजों के साथ ये सब बस एक अजीब सा अंतर है जो बस इतना दिखता है कि वो लंबे ओवर में बैठ नहीं पा रहे या फिर ये सब बस एक रणनीति है जो हम समझ नहीं पा रहे
Seemana Borkotoky
29/अक्तू॰/2025न्यूजीलैंड की टीम में जो भी है वो बस एक दूसरे के साथ खेल रहा है, जैसे कोई बड़ा परिवार हो जिसमें हर कोई जानता है कि कौन क्या कर रहा है। ये टीम कोई टीम नहीं, एक अहसास है।
Sarvasv Arora
29/अक्तू॰/2025इंग्लैंड तो बस बड़े बड़े शॉट्स लगाने के लिए आया था, लेकिन जब गेंद ने उनके बल्ले के बजाय उनके दिमाग को छू लिया तो वो बस बैठ गए। ये नहीं तो फिर ये टीम तो बस एक बड़ा ब्रांड है जिसका असली खेल बाहर है।
Jasdeep Singh
29/अक्तू॰/2025इंग्लैंड के बल्लेबाजों की बात करो तो वो बस टी20 के लिए बने हैं, वनडे के लिए तो उनके दिमाग में भी नहीं आता कि एक ओवर में 6 रन बनाने के बजाय 3 रन बनाकर बल्ला रख दें। ये टीम तो बस बिजनेस में बड़ी है, खेल में नहीं। अब तो उन्हें ऑस्ट्रेलिया से कोच लगाना पड़ेगा, वरना ये टीम तो बस एक बड़ा बैग है जिसमें बस बड़े बड़े नाम हैं।
Rakesh Joshi
29/अक्तू॰/2025न्यूजीलैंड ने दिखा दिया कि टीम बनाने के लिए बस नाम नहीं चाहिए, बल्कि जुनून चाहिए। ये टीम बस एक टीम नहीं, ये तो एक लहर है जो दुनिया को बदलने वाली है। विश्व कप अब उनका है।
HIMANSHU KANDPAL
29/अक्तू॰/2025केन विलियमसन की वापसी तो बस एक बड़ी चाल है, असली बात ये है कि न्यूजीलैंड ने अपने युवा खिलाड़ियों को बाहर रख दिया, वरना वो तो बस अपनी नियुक्ति के लिए एक दिन के लिए बुलाए गए थे।
Arya Darmawan
29/अक्तू॰/2025नाथन स्मिथ की गेंदबाजी तो बस एक शानदार बहाना थी, लेकिन उनका असली योगदान तो वो था जो वो बिना बोले कर रहे थे - उनकी शांति, उनकी अनुभवी नज़र, जिससे युवा गेंदबाजों को बस एक बात समझ आ गई - गेंदबाजी बस गेंद नहीं, दिमाग है।
Raghav Khanna
29/अक्तू॰/2025इंग्लैंड की टीम के लिए यह एक सीख है। वनडे क्रिकेट एक ऐसा खेल है जहाँ टेक्निक, धैर्य और टीमवर्क की जरूरत होती है। उन्हें अपने खिलाड़ियों को एक नए ढंग से तैयार करना होगा। यह सिर्फ एक हार नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत का संकेत है।
Rohith Reddy
29/अक्तू॰/2025ये सब बस एक बड़ा धोखा है न्यूजीलैंड ने बस इंग्लैंड के बल्लेबाजों को डरा दिया और फिर उन्हें बाहर कर दिया, असली ताकत तो बस एक जासूसी टीम है जो बस इंग्लैंड के खिलाड़ियों के फोन कॉल रिकॉर्ड चेक कर रही है
Vidhinesh Yadav
29/अक्तू॰/2025क्या हमने कभी सोचा कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों को असली टेक्निकल ट्रेनिंग की जरूरत है? या फिर उन्हें बस ये समझना है कि क्रिकेट बस शॉट्स का खेल नहीं, बल्कि दिमाग का खेल है?
Puru Aadi
29/अक्तू॰/2025न्यूजीलैंड की टीम तो बस एक जादू है! 😍 डैरिल मिचेल की पारी देखकर मैं रो पड़ा, और नाथन स्मिथ की गेंदबाजी? बस एक शानदार नाटक! 🙌 ये टीम तो विश्व कप जीतने के लिए बनी है।
Nripen chandra Singh
29/अक्तू॰/2025क्या ये वाकई खेल है या बस एक नाटक जहाँ न्यूजीलैंड बस अपनी विशेषताओं को बढ़ा रहा है और इंग्लैंड को बस एक बड़ा निशाना बना दिया गया है जिसे बार-बार गोली मारकर अपनी शक्ति का दावा किया जा रहा है
Rahul Tamboli
29/अक्तू॰/2025केन विलियमसन की वापसी? बस एक बड़ा फेस्टिवल! 🎉 इंग्लैंड तो बस एक बड़ा बाजार है जहाँ बल्ले की जगह ट्रेंड्स बेचे जा रहे हैं। अब तो ये टीम बस एक बड़ा फिल्मी ड्रामा है। 🍿