हाल ही में किरण राव द्वारा निर्देशित फिल्म 'लापता लेडीज' को ऑस्कर 2025 के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया है। फिल्म का निर्माण आमिर खान और किरण राव ने संयुक्त रूप से किया है। यह फिल्म 26 अप्रैल, 2024 को रिलीज़ होने के बाद से ही व्यापक प्रशंसा प्राप्त कर चुकी है। यह फिल्म अब Netflix पर उपलब्ध है और दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है।
फिल्म 'लापता लेडीज' में नितांशी गोयल, प्रतिभा रांता और स्पर्श श्रीवास्तव ने प्रमुख भूमिकाएँ निभाई हैं। कहानी का केंद्रीय पात्र फूल कुमारी और एक अन्य नवविवाहिता की है, जो संयोगवश हुई घटनाओं के कारण अपनी पहचान और समाज के अपेक्षाओं के बीच संघर्ष करती हैं। इस फिल्म का परिवेश काल्पनिक राज्य निर्मल प्रदेश में स्थित है, जहां यह दोनों दुल्हनें विभिन्न हादसों का सामना करते हुए अपनी राह तलाशती हैं।
'लापता लेडीज' की प्रेरणा बिप्लब गोस्वामी की कहानी 'टू ब्राइड्स' से ली गई है। आमिर खान ने इस कहानी को एक स्क्रिप्ट लेखन प्रतियोगिता के दौरान खोजा था। फिल्म को मध्य प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में फिल्माया गया है, जिससे ग्रामीण जीवन की वास्तविकता और सुंदरता को दर्शकों के सामने लाने का प्रयास किया गया है।
किरण राव की यह दूसरी फीचर फिल्म है, इससे पहले उन्होंने 2010 में 'धोबी घाट' का निर्देशन किया था, जिसे भी आलोचकों ने सराहा था। 'लापता लेडीज' का चयन 13 सदस्यीय समिति द्वारा किया गया, जिसका नेतृत्व प्रसिद्ध असमिया निर्देशक जह्नु बरुआ ने किया। इस फिल्म को सर्वसम्मति से सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फिल्म श्रेणी में ऑस्कर के लिए प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया।
इस फिल्म को चुनने के दौरान तमिल, तेलुगू और हिंदी की अन्य महत्वपूर्ण फिल्मों जैसे 'महाराजा', 'कल्कि 2898 एडी', 'हानू-मान', 'स्वातंत्र्य वीर सावरकर', और 'अनुच्छेद 370' भी प्रतियोगिता में शामिल थीं। तेज प्रतिस्पर्धा के बीच 'लापता लेडीज' ने इस समिति का शीर्ष चुनाव बनकर उभरी, जिससे आमिर खान और किरण राव को एक और सम्मान मिला है।
फिल्म 'लापता लेडीज' ने अपने संवेदनशील मुद्दों और प्रभावी निर्देशन के कारण दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई है। इस फिल्म का कहानीकार और दृष्टिकोण दोनों ही बेहद सशक्त हैं, जो समाज में महिलाओं की सच्चाई और उनकी संघर्षशक्ति को प्रकट करते हैं।
| अभिनेता | भूमिका |
|---|---|
| नितांशी गोयल | फूल कुमारी |
| प्रतिभा रांता | अनाम दुल्हन |
| स्पर्श श्रीवास्तव | मुख्य पुरुष पात्र |
फिल्म की कहानी समाज के पितृसत्तात्मक ढांचे में महिलाओं की पहचान, समाज की उम्मीदों और उनकी सहनशीलता के मुद्दों को सामने लाती है। फिल्म में सशक्त महिलाओं की कहानी है जो सभी बाधाओं को पार करके खुद की पहचान तलाश रही हैं।
निर्माता आमिर खान और निर्देशक किरण राव ने इस फिल्म के माध्यम से न केवल ग्रामीण भारत के दर्शकों के सामने एक मूलभूत कहानी प्रस्तुत की है, बल्कि इस फिल्म के ज़रिए विश्व स्तर पर भारतीय सिनेमा को एक नई पहचान दी है। 'लापता लेडीज' की यह सफलता भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का विषय है और ऑस्कर 2025 के मंच पर इसकी प्रस्तुति से भारतीय सिनेमा का कद और ऊँचा होगा।
टिप्पणि
Garima Choudhury
24/सित॰/2024ये फिल्म तो सिर्फ एक फिल्म नहीं है ये एक साजिश है। नेटफ्लिक्स और आमिर खान ने मिलकर ऑस्कर के लिए बनाई है। ग्रामीण भारत की तस्वीर इतनी सुंदर कैसे निकली? ये सब फेक है। किसी ने भी ऐसा कभी नहीं देखा।
Hira Singh
24/सित॰/2024वाह ये तो बहुत खूबसूरत बात है! भारत की ताकत तो यही है कि हम छोटी-छोटी कहानियों से दुनिया को छू लेते हैं। इस फिल्म ने जो दिखाया वो सच है। जय हिंद!
Ramya Kumary
24/सित॰/2024इस फिल्म में दो दुल्हनों की यात्रा एक ऐसी आत्मा की खोज है जो समाज के बंधनों से छुटकारा पाना चाहती है। ये कोई सामान्य कहानी नहीं, ये एक शांत विद्रोह है। हर फ्रेम में एक अलग धड़कन है।
Sumit Bhattacharya
24/सित॰/2024लापता लेडीज का चयन ऑस्कर के लिए भारतीय सिनेमा के विकास का प्रतीक है इसकी कथानक निर्माण और निर्देशन दोनों में उच्च स्तर का है
Nikita Gorbukhov
24/सित॰/2024अरे ये सब बकवास है। ऑस्कर के लिए इतनी बड़ी फिल्म क्यों चुनी? तमिल फिल्में ज्यादा ताकतवर थीं। ये तो सिर्फ बॉलीवुड का नाम बढ़ाने का नाटक है। और हाँ नेटफ्लिक्स भी उसका हिस्सा है। 😤
Nitin Soni
24/सित॰/2024ये फिल्म देखने के बाद मुझे लगा जैसे कोई मेरे दिल के अंदर बैठ गया हो। बहुत सुंदर कहानी है। अगर आपने अभी तक नहीं देखी तो जल्दी देख लीजिए।
varun chauhan
24/सित॰/2024मैंने आज रात ये फिल्म देखी। बहुत अच्छी लगी। नितांशी की अभिनय तो दिल को छू गई। और फोटोग्राफी भी बेहतरीन। 🙏
Suhas R
24/सित॰/2024ये सब नाटक है। किरण राव को क्या मिला? क्या वो अपने पति के नाम से फिल्म बना रही है? आमिर खान के बिना ये फिल्म कभी नहीं बनती। ये फिल्म तो बस एक प्रचार है। और ये लोग फिर से नाटक कर रहे हैं। 😭
Pradeep Asthana
24/सित॰/2024अरे ये फिल्म तो बिल्कुल नया नहीं है। मैंने 2012 में एक फिल्म देखी थी जिसमें भी दो दुल्हनें थीं। अब फिर से वही बात। ये तो बस रीमेक है। और ऑस्कर के लिए चुनना? बस नाम बढ़ाने के लिए।
Shreyash Kaswa
24/सित॰/2024भारत की ताकत को दुनिया के सामने रखने के लिए इस फिल्म का चयन बहुत उचित है। ये फिल्म हमारे संस्कृति और महिलाओं की शक्ति का प्रतीक है। जय हिंद जय भारत!
Sweety Spicy
24/सित॰/2024किरण राव की फिल्में हमेशा एक अजीब तरह की बात करती हैं। जैसे वो दुनिया को बताना चाहती हैं कि वो बहुत गहरी सोचती हैं। पर इस बार तो वो बहुत ज्यादा बोल गईं। फिल्म में बहुत कुछ था और बहुत कुछ नहीं था।
Maj Pedersen
24/सित॰/2024इस फिल्म ने मुझे याद दिलाया कि अक्सर हम लोग अपने आसपास की आवाज़ों को नहीं सुनते। ये फिल्म एक शांत चिल्लाहट है। बहुत खूबसूरत।
Ratanbir Kalra
24/सित॰/2024लापता लेडीज का निर्माण आमिर खान ने किया और किरण राव ने निर्देशित किया और फिल्म बहुत अच्छी लगी
Seemana Borkotoky
24/सित॰/2024मैंने इसे देखा तो लगा जैसे मैं गाँव के एक छोटे से घर में बैठी हूँ। हवा का झोंका, बच्चों की हंसी, दुल्हनों की चुप्पी... सब कुछ सच है।
Sarvasv Arora
24/सित॰/2024इतनी फिल्में बनती हैं और ये वाली ऑस्कर के लिए? बस एक बार देखी और भूल गया। बहुत धीमी थी। बोर हो गया।