AQI क्या है? एयर क्वालिटी को समझने का सरल तरीका
जब आप "AQI" शब्द सुनते हैं, तो आपका दिमाग शायद वायु प्रदूषण की तस्वीर बना लेता है। लेकिन AQI असल में एक संख्यात्मक मान है जो बताता है कि हवा कितनी साफ़ या गंदी है। इसे पढ़ना आसान है—जैसे 0‑50 का मतलब बहुत साफ़ हवा, और 300 से ऊपर का मतलब अत्यधिक खतरनाक वायु स्तर।
कैसे मापा जाता है AQI?
AQI पाँच मुख्य प्रदूषकों पर आधारित होता है: पीएम2.5, पीएम10, सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), नाइट्रोजन ऑक्साइड (NO₂) और ओजोन (O₃)। इन सभी की सांद्रता को मापकर एक संयुक्त स्कोर तैयार किया जाता है। भारत में सेंट्रल एयरोबिक एजेंसी (CEA) और विभिन्न राज्य पर्यावरण विभाग इस डेटा को अपडेट करते हैं, अक्सर हर घंटे या तीन घंटे पर। आप अपने मोबाइल ऐप, वेबसाइट या स्थानीय समाचार चैनलों से तुरंत AQI देख सकते हैं।
स्वास्थ्य पर प्रभाव – कौन किसे सावधान करे?
हवा का प्रदूषण सिर्फ असहज गंध नहीं, बल्कि कई रोगों की जड़ भी है। 0‑50 के स्तर पर कोई समस्या नहीं होती—आप आराम से बाहर जा सकते हैं। 51‑100 पर हल्की सास में तकलीफ़ या आंखों में जलन हो सकती है, खासकर बुज़ुर्ग और बच्चों को सतर्क रहना चाहिए। 101‑200 (मध्यम) पर अस्थमा वाले लोग दिक्कत महसूस कर सकते हैं; डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर रहेगा। 201‑300 (खराब) व 301+ (बहुत खतरनाक) स्तरों पर हर उम्र के लोगों को घर में रहने की सलाह दी जाती है, क्योंकि दीर्घकालिक रोग जैसे हृदय रोग और फेफड़ों का कैंसर बढ़ सकता है।
भारत में दिल्ली, मुंबई, कानपुर, लुधियाना जैसी बड़ी मेट्रो शहरों का AQI अक्सर 150‑250 के बीच रहता है, विशेषकर सुबह और शाम की भीड़भाड़ वाले समय में। छोटे शहरों में भी निर्माण कार्य या कृषि जला कर धूल से अचानक उच्च स्तर देखे जा सकते हैं। इसलिए अपने क्षेत्र का रियल‑टाइम AQI जांचना जरूरी है।
साफ़ हवा पाने के आसान टिप्स
1. **घर में एयर प्यूरीफ़ायर** – अगर आपका AQI 100 से ऊपर हो, तो एक छोटे आकार का HEPA फिल्टर वाला प्यूरीफ़ायर मदद करता है। 2. **खिड़कियां बंद रखें** – धुएं वाले क्षेत्रों में बाहर के बदले घर की हवा को साफ़ रखने के लिए खिड़की और दरवाज़े बंद करें। 3. **मास्क पहनें** – N95 या KN95 मास्क फाइन पार्टिक्यूल्स को रोकते हैं, खासकर दौड़ते‑फिरते या बाहर काम करते समय। 4. **हरी पौधों की जगह बनाएं** – पत्तेदार पेड़ और इनडोर प्लांट वायु में ऑक्सीजन बढ़ाते हैं और कुछ हद तक प्रदूषण कम करते हैं। 5. **वाहन उपयोग घटाएं** – कार पूलिंग, साइकिल या सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करने पर AQI को कम करने में मदद मिलती है।
ध्यान रखें कि AQI एक संकेतक है—यह बताता है कि हवा कितनी साफ़ है, लेकिन इसे सुधारने की जिम्मेदारी हम सभी की है। छोटे-छोटे कदमों से आप अपनी और अपने परिवार की सेहत बचा सकते हैं। अगली बार जब भी AQI देखें, तो बस संख्या नहीं, बल्कि उस संख्या के पीछे का असर समझें और सही कदम उठाएं।
दिल्ली वायु प्रदूषण: आनंद विहार में 450 पार, चारों ओर फैला 'गंभीर' स्तर का धुआं
दिल्ली में सोमवार सुबह घने धुएं के बीच जागे लोग, जहां कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। आनंद विहार में AQI 450 पार कर गया, जबकि अक्षरधाम और द्वारका जैसे क्षेत्रों में यह 'बहुत खराब' दर्ज हुआ। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने BJP को वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराया।
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