डोपिंग: खिलाड़ी क्यों जोखिम उठाते हैं और कैसे बचें?

आपने कभी खबरों में "डोपिंग" शब्द सुना होगा, लेकिन असली मतलब समझते‑समझते थक गए हों तो यहाँ पढ़िए। डोपिंग का मतलब है एथलेटिक प्रदर्शन बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित दवाओं या तरीकों का उपयोग करना। ये चीज़ें न केवल नियमों को तोड़ती हैं बल्कि स्वास्थ्य पर गंभीर असर डालती हैं।

डोपिंग के मुख्य कारण और जोखिम

ज्यादातर खिलाड़ी बेहतर परिणाम पाने की चाह में डोपिंग अपनाते हैं—चाहे वह तेज़ी से वज़न बढ़ाना हो या थकान को छुपाना। लेकिन दवा के असर के साथ साइड‑इफ़ेक्ट्स जैसे हृदय समस्याएँ, हार्मोन का बिगड़ना और मानसिक तनाव भी आते हैं। कई बार एथलीट खुद नहीं जानते कि जो सप्लीमेंट वे ले रहे हैं वो प्रतिबंधित है; इसलिए हर नई प्रोडक्ट को आधिकारिक एंटी‑डोपिंग सूची से चेक करना ज़रूरी है।

भारत व विश्व में हालिया डोपिंग केस

पिछले साल भारतीय क्रिकेट के कुछ खिलाड़ियों पर ड्रग टेस्ट का सवाल उठा था, लेकिन जांच ने साफ़ किया कि वे कोई प्रतिबंधित पदार्थ नहीं इस्तेमाल कर रहे थे। वहीँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई एथलीटों को नकारात्मक रिपोर्ट मिलते‑ही तुरंत बैन लगा दिया गया—जैसे ऑस्ट्रेलिया के कुछ टेनिस खिलाड़ी और अफ्रीका की धावकों ने। इन केसों से पता चलता है कि टेस्टिंग अब बहुत सख़्त हो गई है; अगर कोई भी शंका उठे, तो एंटी‑डोपिंग एजेंसियां तुरंत कार्रवाई करती हैं।

तो फिर कैसे बचें? पहला कदम है भरोसेमंद कोच और डॉक्टर से सलाह लेना। दूसरा, सप्लीमेंट खरीदते समय लाइसेंस्ड फ़ार्मा या आधिकारिक ब्रांड चुनें—किसी अजनबी ऑनलाइन विक्रेता से दवा नहीं लेनी चाहिए। तीसरा, अगर आप किसी टूर्नामेंट में भाग ले रहे हैं तो पहले ही अपने नज़रिये को एंटी‑डोपिंग एजेंसी के नियमों से अपडेट रखें; ये जानकारी अक्सर उनके वेबसाइट पर PDF या FAQ सेक्शन में मिलती है।

डोपिंग नहीं सिर्फ़ खेल का मुद्दा है, यह सामाजिक भरोसा भी तोड़ता है। जब दर्शक देखते हैं कि एक खिलाड़ी दवा से फायदा ले रहा है, तो उनका विश्वास कमज़ोर पड़ जाता है और पूरी लीग की छवि को नुकसान पहुँचता है। इसलिए एंटी‑डोपिंग नियमों का पालन न सिर्फ़ व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए बल्कि खेल की साख बचाने के लिये भी ज़रूरी है।

संक्षेप में, डोपिंग से जुड़े जोखिमों को समझना और सही जानकारी रखना ही आपका सबसे बड़ा हथियार है। अगर आप खिलाड़ी हैं तो अपने ट्रेनर से हमेशा पूछें कि कौन‑सी चीज़ सुरक्षित है। यदि आप दर्शक या माता‑पिता हैं, तो एंटी‑डोपिंग एजेंसियों के अपडेट पर नज़र रखें—ताकि खेल साफ़ और निष्पक्ष रहे। अब जब आप डोपिंग की पूरी तस्वीर जान चुके हैं, तो खुद को और अपने आसपास के लोगों को सुरक्षित रखने में मदद करें।

टॉप-रैंकिंग टेनिस खिलाड़ी जाननिक सिनर की स्टीरॉयड मामले में विश्व एंटी-डोपिंग एजेंसी ने अपील की

विश्व एंटी-डोपिंग एजेंसी (WADA) ने शीर्ष-रैंकिंग टेनिस खिलाड़ी जाननिक सिनर के खिलाफ प्रतिबंध नहीं लगाने के फैसले को चुनौती दी है। सिनर पर मार्च में दो बार एनाबॉलिक स्टीरॉयड के लिए सकारात्मक परीक्षण हुआ था, जिसके बाद एक स्वतंत्र पंचाट ने उनके स्पष्टीकरण को स्वीकार किया। मामला स्विट्ज़रलैंड स्थित खेल पंचाट न्यायालय (CAS) में दायर किया गया है।

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