नागपुर मेट्रो प्रोजेक्ट – क्या चल रहा है?

अगर आप नागपुर में रहते हैं या वहाँ यात्रा करने की सोच रहे हैं, तो मेट्रो का सवाल आपके दिमाग में जरूर आया होगा. इस लेख में हम आपको बताते हैं कि अभी कौन‑सी लाइन बन रही है, कितने स्टेशन होंगे और कब तक पूरा होने की उम्मीद है.

रूट और स्टेशन्स

नागपुर मेट्रो दो मुख्य लाइनों पर काम कर रहा है – लाइन 1 (वास्तु से महात्मा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट) और लाइन 2 (भिवंडी से शासितनगर). लाइन 1 में कुल 28 स्टेशन, लाइन 2 में 24 स्टेशन तय किए गए हैं. प्रमुख स्टॉप्स में राजीव गाँधी विज्ञान केंद्र, सावरकर पार्क, वाणिज्य मंडल और अहमदनगर शामिल हैं, जहाँ से बसों और ट्रेन की कनेक्टिविटी पहले से अच्छी है.

स्टेशन्स को आधुनिक सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है – एसी प्लेटफ़ॉर्म, लिफ़्ट, रैंप और डिजिटल सूचना स्क्रीन. हर स्टेशन में सुरक्षा कैमरा और स्वचालित टिकटिंग सिस्टम लगेगा, जिससे भीड़ कम होगी.

बजट, फाइनेन्सिंग और टाइमलाइन

नागपुर मेट्रो का कुल अनुमानित खर्च लगभग 10,000 करोड़ रुपये है. इस में केन्द्र, महाराष्ट्र सरकार और निजी निवेशकों की साझेदारी शामिल है. हाल ही में केंद्र ने 40% इको‑फंड जारी किया, जिससे प्रोजेक्ट की फाइनेंसिंग तेज़ हुई.

डिजाइन फ़ेज़ पहले ही ख़त्म हो गया है और निर्माण कार्य 2024 के मध्य से शुरू हुआ. लाइन 1 का पहला चरण (वास्तु‑जुहू) 2026 तक चालू होने की योजना है, जबकि पूरी लाइन 2029 तक तैयार होगी. लाइन 2 थोड़ा देर से शुरू हुई लेकिन उसका लक्ष्य 2028 में ऑपरेशनल बनना है.

प्रोजेक्ट के मुख्य लाभों को देखें तो ट्रैफ़िक जाम घटेगा, पर्यावरण पर दबाव कम होगा और स्थानीय रोजगार भी बढ़ेगा. कई रियल एस्टेट डेवेलपर्स ने अब मेट्रो स्टेशनों के आसपास प्रॉपर्टी की कीमतें तेज़ी से बढ़ती देखी हैं.

अगर आप अभी घर खरीदने या किराए पर लेने की सोच रहे हैं, तो मेट्रो वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता दें. भविष्य में इन इलाकों की मांग बहुत बढ़ेगी और निवेश पर रिटर्न भी अच्छा मिलेगा.

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