पानी की निकासी – कैसे रोकें जलभराव और बनाएं आसान समाधान
बारिश के मौसम में या घर की पाइपलाइन लीक हो तो पानी का जमा होना आम समस्या बन जाता है। लेकिन अगर आप सही तरीके से ड्रेनेज सिस्टम को संभालेंगे, तो बड़ी मुश्किल नहीं रहेगी। यहां हम बताते हैं कि रोजमर्रा की छोटी-छोटी चीज़ों से कैसे जल निकासी बेहतर बना सकते हैं, बिना कोई महँगा काम किए।
घर में जल निकासी के बेसिक टिप्स
सबसे पहले तो नालियों और गटर को साफ रखना बहुत ज़रूरी है। पत्थर, पत्ते या धूल जमा हो जाने से पानी रुक जाता है और बेकाबू बहाव शुरू हो सकता है। हर दो हफ़्ते में एक बार झाड़ू या पानी की पाइप से सफ़ाई कर दें। अगर नाली जाम रहे तो छोटा ब्रश या पुराना टूथब्रश इस्तेमाल करें, इससे गंदगी निकल जाएगी।
दूसरा टिप है फर्श के स्लोप को सही रखना। घर का फ़्लोर थोड़ा ढलान वाला होना चाहिए ताकि पानी आसानी से बाहर बह सके। अगर नई बिल्डिंग में यह नहीं हुआ तो सीमेंट की लेयर पर हल्की सी इंक्लाइन बना सकते हैं, इससे पानी जमा नहीं होगा। छोटे घरों में रबर मैट या एंटी‑स्लिप टाइल्स भी मदद करती हैं क्योंकि वो जल को सतह से दूर कर देती हैं।
शहर स्तर पर ड्रेनेज समाधान
शहरी इलाकों में नालियों का जाम अक्सर बाढ़ की वजह बनता है। स्थानीय निकाय या नगरपालिका के पास शिकायत दर्ज करने से जल्दी कार्रवाई हो सकती है। आप ऑनलाइन पोर्टल या एप्प के ज़रिए भी रिपोर्ट कर सकते हैं, इससे फुर्सत में काम शुरू हो जाता है।
एक और कारगर उपाय है ‘रेन वाटर हार्वेस्टिंग’ यानी बरसात का पानी इकट्ठा करना। बड़े टैंक या बक्से में पानी जमा करके बाद में गार्डेन को सिंचाई के लिये इस्तेमाल किया जा सकता है। इस तरह न सिर्फ ड्रेनेज पर दबाव कम होता है, बल्कि पानी बचत भी होती है।
अगर आपके इलाके में अक्सर जलभराव की समस्या रहती है तो स्थानीय समुदाय मिलकर एक छोटी सी ‘ड्रेनेज क्लीन‑अप डेज़’ रख सकते हैं। हर महीने एक दिन तय कर के सभी घरों के पास वाली नालियों को साफ किया जाए, इससे बड़े पैमाने पर जाम नहीं रहेगा और आपस में सहयोग भी बढ़ेगा।
अंत में यह याद रखें कि पानी की निकासी सिर्फ तकनीकी काम नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की छोटी-छोटी आदतों से भी सुधारी जा सकती है। नालियों को साफ रखना, फर्श का सही ढलान बनाना और सामुदायिक सहयोग से बड़े समस्याओं को छोटे बनाया जा सकता है। आज ही इन टिप्स को अपनाएं, ताकि बरसात में पानी आपके घर या गली को परेशान ना कर पाए।
तुंगभद्रा बांध का गेट टूटने से अचानक 35,000 क्यूसेक पानी की निकासी: आंध्र प्रदेश सीएम चंद्रबाबू ने अधिकारियों को सतर्क किया
कर्नाटक स्थित तुंगभद्रा बांध के एक गेट की चेन टूटने से अचानक लगभग 35,000 क्यूसेक पानी की निकासी हो गई। इस अप्रत्याशित पानी की निकासी के कारण बांध के नीचे के क्षेत्रों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री न. चंद्रबाबू नायडू ने स्थिति की समीक्षा की और राज्य अधिकारियों को आवश्यक सावधानी बरतने का निर्देश दिया।
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