सोशल मीडिया आलोचना: फेक न्यूज़ से कैसे बचें?

आजकल हर कोई अपने फ़ोन से खबर पढ़ता है, लेकिन सभी जानकारी भरोसेमंद नहीं होती। सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट तेजी से फैलती हैं और लोगों को ग़लत दिशा में ले जा सकती हैं। इस लेख में हम बताएँगे कि फेक न्यूज़ के लक्षण क्या हैं और सच्ची बात कैसे जाँचें।

फ़ेक न्यूज़ के आम संकेत

पहला संकेत है ‘अत्यधिक सनसनीखेज शीर्षक’ जो आपकी उत्सुकता को जगाता है। अक्सर ऐसी खबरों में कोई विश्वसनीय स्रोत नहीं दिखता, या सिर्फ एक अनजान प्रोफ़ाइल का लिंक होता है। दूसरा संकेत है व्याकरण की गलतियां – आधे‑आधे वाक्य अधूरे होते हैं या शब्द बेतरतीब ढंग से लिखे जाते हैं। तीसरा संकेत है ‘बहुतेरी शेयरिंग’ बिना किसी सत्यापन के; अगर आप देख रहे हैं कि कई लोगों ने एक ही पोस्ट को रिट्वीट किया, तो उसे दो‑बार जांचना चाहिए।

सही जानकारी कैसे जांचें?

सबसे पहला कदम है स्रोत की जाँच। यदि खबर किसी प्रमुख समाचार एजेंसी जैसे ANI, TOI या BBC से आई है, तो भरोसा करने में कम जोखिम रहता है। दूसरे, गूगल सर्च करें और देखें कि वही कहानी अन्य विश्वसनीय साइटों पर भी मिलती है या नहीं। तीसरे, फोटो या वीडियो के मेटाडाटा को देख सकते हैं; कई बार पुराने क्लिप्स को नई खबर में इस्तेमाल किया जाता है। चौथे, आप fact‑check वेबसाइट जैसे AltNews या Boom का उपयोग कर सकते हैं – ये अक्सर झूठी पोस्ट को उजागर करते हैं।

उदाहरण के तौर पर हमारे साइट की एक पोस्ट “बांग्लादेश एयरफ़ोर्स अफसरों की रॉ से साजिश” थी। कई लोग इसे शेयर कर रहे थे, लेकिन बांग्लादेश ISPR ने तुरंत खंडन किया और कहा कि यह आधिकारिक नहीं है। इसी तरह “LSG vs DC” के बारे में झूठी आँकड़े भी वायरल हुए थे, जिन्हें बाद में IPL की आधिकारिक साइट ने सही जानकारी दी।

जब आप किसी नई खबर पर आते हैं तो पहले एक मिनट रुकें और ऊपर बताये कदमों को अपनाएँ। अगर स्रोत भरोसेमंद नहीं है, तो उसे शेयर न करें। इससे फेक न्यूज़ का प्रसार रोका जा सकता है और आपका सोशल फ़ीड साफ़ रहेगा।

एक और आसान तरीका है “संदेह” शब्द को अपने दिमाग में रखना। यदि कोई बात आपको असामान्य या बहुत बढ़ा-चढ़ा कर लगती है, तो संभवतः वह सच नहीं हो सकती। ऐसे मामलों में आप तुरंत एक दो विश्वसनीय साइट पर जाँच करें।

ध्यान रखें, सोशल मीडिया का मकसद लोगों को जोड़ना और जानकारी देना है, न कि ग़लतफ़हमी पैदा करना। अगर हम सभी थोड़ा सावधान रहें तो फेक न्यूज़ का प्रभाव कम हो जाएगा। आप भी अपने दोस्तों को यह टिप्स बता सकते हैं; ज्ञान बाँटने से ही झूठी खबरों की ताकत घटेगी।

अंत में, याद रखें कि सही जानकारी खोजने के लिए थोड़ी मेहनत चाहिए, लेकिन एक दिन में लाखों लोगों को ग़लत दिशा से बचाने का असर बहुत बड़ा है। तो अगली बार जब आप कोई वायरल पोस्ट देखें, इन कदमों को अपनाएँ और सचाई की राह पर रहें।

बाबर आजम पर सवालिया निशान: मुर्तान टेस्ट में बल्लेबाज़ी असफलता के बाद आलोचना का सामना

पाकिस्तान के क्रिकेट कप्तान बाबर आजम को मुर्तान टेस्ट में एक अच्छे स्कोर तक पहुंचने में नाकाम रहने के बाद सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है। उनकी लगातार 17 टेस्ट पारियों में अर्धशतक नहीं बनाने की वजह से फैन्स निराश हैं। इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज़ में उनकी विफलताएं उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती हैं।

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