उरुग्वे ने कनाडा को पेनल्टी शूटआउट में हराया
उरुग्वे ने 2024 कोपा अमेरिका में तीसरा स्थान हासिल करने के लिए कनाडा को 4-3 से पेनल्टी शूटआउट में हरा दिया। मुकाबले का असली रोमांच तब शुरू हुआ जब यह मैच 2-2 के ड्रॉ पर खत्म हुआ और पेनल्टी शूटआउट में निर्णय लिया गया। उरुग्वे के मजबूत गोलकीपर सर्जियो रोचेट ने मैच के अंतिम क्षणों में अहम बचाव करते हुए टीम की जीत सुनिश्चित की।
पहले हाफ का रोमांच
मुकाबले के शुरूआती मिनटों में ही दोनों टीमों ने एक-दूसरे पर दवाब बनाना शुरू कर दिया था। उरुग्वे के रोड्रिगो बेंटानकुर ने जल्द ही अपनी टीम को बढ़त दिलाई। लेकिन कनाडाई टीम ने जोरदार वापसी करते हुए इस्माइल कोने और जोनाथन डेविड की शानदार गोलों के साथ उरुग्वे की बढ़त को खतम कर दिया।
दूसरे हाफ में संघर्ष
दूसरे हाफ में, दोनों टीमों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी। लुइस सुआरेज़, जो उरुग्वे के अब तक के सर्वश्रेष्ठ गोल स्कोरर हैं, ने अंतिम मिनटों में शानदार गोल करके मैच को बराबरी पर ला दिया। यह गोल टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण था, जिसने पेनल्टी शूटआउट का रास्ता खोल दिया।
पेनल्टी शूटआउट में निर्णायक क्षण
पेनल्टी शूटआउट में, उरुग्वे के गोलकीपर सर्जियो रोचेट ने महत्वपूर्ण बचाव किया, जबकि कनाडा के अल्फोंसो डेविस का शॉट क्रॉसबार पर जाकर लगा। इस प्रकार, उरुग्वे ने 4-3 की जीत दर्ज की और कोपा अमेरिका में तीसरा स्थान हासिल किया।
कनाडा, अपने कोच जेसी मार्श के नेतृत्व में, इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और 2000 के काकाफ कप के बाद से अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की। टीम ने हाल ही में 2022 विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई किया है, जो उनके इतिहास में मात्र दूसरी घटना है और 1986 के बाद पहली बार है।
खिलाड़ियों का प्रदर्शन
दोनों टीमों में काफी फेरबदल किए गए थे। कनाडा के स्टार खिलाड़ी अल्फोंसो डेविस, जो पहले चोटिल थे, ने दूसरे हाफ में खेल में प्रवेश किया। उरुग्वे के रोड्रिगो बेंटानकुर ने अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण गोल करके जीत सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाई।
यह मैच दोनों टीमों के प्रतिस्पर्धी भावना और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है, जिसने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एक रोचक मुकाबले का उदाहरण प्रस्तुत किया।
टिप्पणि
Rakesh Joshi
14/जुल॰/2024वाह! उरुग्वे ने तो असली लहर दिखाई! ये गोलकीपर रोचेट तो बस एक मशीन है! इतना दबाव में भी बचाव करना... ये तो फुटबॉल की असली आत्मा है! 🇺🇾🔥
HIMANSHU KANDPAL
14/जुल॰/2024कनाडा को इतना आगे ले जाने के बाद भी हारना... ये तो बस एक दुखद अंत है। अगर डेविस का शूट क्रॉसबार पर नहीं लगता तो आज का इतिहास अलग होता। लेकिन ये फुटबॉल है ना... जीत और हार का खेल।
Arya Darmawan
14/जुल॰/2024ये मैच बस एक मैच नहीं, एक अध्याय था! बेंटानकुर का शुरुआती गोल, सुआरेज़ का अंतिम गोल, रोचेट का बचाव, डेविस का क्रॉसबार... सब कुछ एक फिल्म की तरह! ये टूर्नामेंट असली फुटबॉल की भावना को जीवित रखता है! दोनों टीमों को बधाई! 🙌⚽
Raghav Khanna
14/जुल॰/2024इस खेल में दोनों टीमों ने अपनी अधिकतम संभावनाएँ प्रदर्शित कीं। उरुग्वे की टीम ने अपनी अनुभवी नीति और अंतिम दबाव में शांति का प्रदर्शन किया। कनाडा ने नवीनता और ऊर्जा के साथ एक अद्भुत प्रदर्शन किया। यह एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे विभिन्न शैलियाँ एक साथ बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं।
Rohith Reddy
14/जुल॰/2024क्रॉसबार पर गेंद लगना... ये सब नियोजित था। वो जो बचाव किया रोचेट ने... वो भी किसी ने डाला था उसमें। ये टूर्नामेंट सब कुछ बनाने के लिए बनाया गया है। जानते हो क्या? अमेरिका के लोगों ने इसे बनाया है ताकि उरुग्वे जीते और वो अपने बाजार में अधिक टी-शर्ट बेच सकें। ये नहीं खेल है ये बिजनेस है
Vidhinesh Yadav
14/जुल॰/2024मैंने ये मैच देखा था... और अच्छा लगा कि दोनों टीमों ने बहुत सारे युवा खिलाड़ियों को मौका दिया। अल्फोंसो डेविस जैसे खिलाड़ियों को वापस लाना बहुत बड़ी बात है। ये टीम अब बस एक टीम नहीं, एक भविष्य है।
Puru Aadi
14/जुल॰/2024ये मैच तो बस दिल को छू गया! 😭❤️ रोचेट का बचाव देखकर मैं उठ खड़ा हुआ! बेंटानकुर और सुआरेज़... दोनों ही अलग-अलग पीढ़ियाँ लेकिन एक ही जुनून! उरुग्वे जीत गया... लेकिन कनाडा भी जीत गया! 🇨🇦🇺🇾
Nripen chandra Singh
14/जुल॰/2024फुटबॉल एक अर्थहीन खेल है जिसे लोग जीवन का प्रतीक बना देते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि ये सभी गोल और शूटआउट वास्तव में किसके लिए हैं क्या ये असली जीत है या बस एक बड़ा विज्ञापन जिसमें लोग अपनी अहंकार को छिपाते हैं और खुद को शीर्ष पर ठहराते हैं
Rahul Tamboli
14/जुल॰/2024रोचेट ने जो बचाव किया वो तो बस एक शॉट था... पर डेविस का शूट क्रॉसबार पर लगा... ये तो बस फिल्मी ड्रामा है! 😎💥 अगर ये फुटबॉल नहीं होता तो कोई इसे नहीं देखता! ये सब बस इंस्टाग्राम के लिए है! 🤷♂️
Jayasree Sinha
14/जुल॰/2024इस मैच में दोनों टीमों ने उचित खेल का आदर बरकरार रखा। अनुशासन, तकनीक और नैतिकता का उचित संतुलन था। विशेष रूप से उरुग्वे के खिलाड़ियों ने आत्मनियंत्रण का उत्कृष्ट उदाहरण दिया।
Vaibhav Patle
14/जुल॰/2024ये मैच देखकर लगा जैसे कोई फिल्म देख रहा हूँ... जब बेंटानकुर ने गोल किया तो मैं उछल पड़ा, जब सुआरेज़ ने बराबरी कराई तो मैंने आँखें बंद कर लीं, और जब डेविस का शूट क्रॉसबार पर लगा तो मैं रो पड़ा... ये फुटबॉल है दोस्तों... ये जीवन है ❤️🔥
Garima Choudhury
14/जुल॰/2024कनाडा को हराने के बाद भी उरुग्वे के लोग इतने खुश क्यों हैं? क्या आपको पता है कि उरुग्वे के अधिकारी इस जीत के लिए अमेरिका के लोगों को भुगतान कर रहे हैं? ये सब एक बड़ा धोखा है... आपको ये बातें नहीं बताई जा रहीं क्योंकि आप बस टीवी पर देख रहे हैं
Hira Singh
14/जुल॰/2024बहुत बढ़िया मैच था! दोनों टीमों ने अपना बेस्ट दिया। कनाडा ने अपना सबसे बड़ा प्रदर्शन किया और उरुग्वे ने अपनी जीत को साबित किया। फुटबॉल की असली जान है ये जुनून! 👊⚽
Ramya Kumary
14/जुल॰/2024क्या हम कभी सोचते हैं कि इस गोल के पीछे कितने बच्चे हैं जिन्होंने खेलने के लिए अपनी गलियों में खेला है? ये जीत बस एक टीम की नहीं, उन सबकी है जिन्होंने अपनी आँखों में ख्वाब देखे और उन्हें जीवन दिया। ये मैच एक जीवन शिक्षा है।
Sumit Bhattacharya
14/जुल॰/2024इस खेल में दोनों टीमों ने उच्चतम स्तर का व्यवहार प्रदर्शित किया। उरुग्वे की टीम ने अपनी अनुभवी रणनीति और अंतिम क्षणों में शांति के साथ अपनी जीत को सुनिश्चित किया। कनाडा की टीम ने नवीनता और ऊर्जा के साथ एक अद्भुत प्रदर्शन किया। यह एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे विभिन्न शैलियाँ एक साथ बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं।