बिजली संकट – क्या हो रहा है और कैसे बचें?
देश भर में लगातार बिजली कटती जा रही है और लोग इसे लेकर परेशान हैं। गर्मियों में एसी चलाते समय या काम करते समय अचानक लोड शेडिंग का सामना करना अब आम बात बन गया है। इस स्थिति के पीछे कई कारण हैं—पुरानी बुनियादी ढांचा, कम उत्पादन और बढ़ती मांग। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो पढ़िए, हम आपको सरल उपाय बताएंगे जिससे आपका बिल घटेगा और लाइफ़लाइन बनी रहेगी।
बिजली संकट के मुख्य कारण
पहला बड़ा मुद्दा है औद्योगिक विकास की तेज़ रफ्तार जबकि पावर प्लांट्स पुराने होते जा रहे हैं। कई राज्य में कोयले पर निर्भरता बहुत अधिक है, लेकिन कोयला सप्लाई में कभी‑कभी बाधाएँ आती हैं और कीमतें आसमान छू जाती हैं। दूसरा कारण है जलवायु परिवर्तन—बढ़ते गर्मी के मौसम में पावर जनरेशन की जरूरत दोगुनी हो जाती है, पर फिर भी पर्याप्त रेनफ़ॉल या सोलर ऊर्जा नहीं मिल पाती। अंत में वितरण नेटवर्क का खराबी अक्सर छोटे‑छोटे ट्रांसफॉर्मर फेल होने से बड़े क्षेत्रों में कटौती करता है।
बचाव के आसान उपाय
अब बात करते हैं उन चीज़ों की जो आप घर पर कर सकते हैं। सबसे पहले, लाइट्स को LED में बदलें; ये 70‑80% कम बिजली खपत करती हैं और लाइफ़टाइम भी लंबा होता है। दूसरा, एसी सेटिंग को 24°C के बजाय 26°C रखें, इससे कूलर की जरूरत घटेगी और बिल पर फर्क पड़ेगा। तीसरा, रात के समय बड़े उपकरण जैसे वॉशिंग मशीन या फ्रिज को ऑफ़ रख दें; अधिकांश ऊर्जा कम पीक घंटों में सस्ती होती है, तो उन समय का फायदा उठाएँ।
स्मार्ट मीटर लगवाना भी फायदेमंद है। यह रीयल‑टाइम खपत दिखाता है और आप तुरंत देख सकते हैं कि कौन से उपकरण ज्यादा बिजली ले रहे हैं। यदि आपके पास सोलर पैनल लगाने की सुविधा नहीं है, तो कम्बिनेशन में सौर जल हीटर या छोटे पोर्टेबल सॉलार लैंप इस्तेमाल कर सकते हैं। इन छोटी‑छोटी बदलावों से आपका बिल 20‑30% तक घट सकता है और ग्रिड पर दबाव भी कम होगा।
समुदाय स्तर पर भी सहयोग जरूरी है। पड़ोस के साथ मिलकर ऊर्जा बचत जागरूकता अभियान चलाएँ, जैसे सामूहिक सोलर प्रोजेक्ट या पब्लिक लाइटिंग में LED का उपयोग। स्थानीय सरकारी योजनाओं का फायदा उठाएँ—कई राज्यों ने सस्ती LED बल्ब और रिन्यूएबल एनर्जी सब्सिडी की घोषणा की है। अगर हर घर थोड़ी कोशिश करेगा तो राष्ट्रीय स्तर पर बिजली संकट कम किया जा सकता है।
अंत में, याद रखें कि बिजली बचत सिर्फ पैसे की बचत नहीं बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा भी है। छोटे‑छोटे कदम जैसे प्लग निकालना जब उपयोग न हो या रेफ़्रिजरेटर के दरवाज़े को बार-बार खोलना बंद करना, बड़ी फर्क डालते हैं। आप भी अपनी दिनचर्या में ये बदलाव लाएँ और दूसरों को प्रेरित करें—बिजली संकट का हल हम सबके हाथों में है।
रूस-यूक्रेन युद्ध: ऊर्जा अवसंरचना पर रूसी हमलों से सुमी क्षेत्र में बिजली संकट
रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के उत्तरपूर्वी सुमी क्षेत्र में ऊर्जा अवसंरचना पर हमले किए हैं, जिससे विद्युत आपूर्ति में भारी व्यवधान उत्पन्न हुआ है। हमलों के कारण कई जिलों में बिजली कटौती हुई है, और स्थानीय अधिकारियों ने निवासियों पर प्रभाव को कम करने के लिए बैकअप पावर सिस्टम सक्रिय किया है।
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