उधयनिधि स्टालिन ने उपमुख्यमंत्री पद की अटकलबाजियों को किया खारिज
तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उधयनिधि स्टालिन ने 20 जुलाई को तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़े बयान के साथ, अपने उपमुख्यमंत्री पद की अटकलबाजियों को खारिज कर दिया। उधयनिधि ने 45वें वार्षिक स्थापना दिवस समारोह के दौरान स्पष्ट किया कि डीएमके युवा विंग के सचिव का पद उनके दिल के बेहद करीब है और वह यहां के महत्व को समझते हैं।
जब उनसे उनके उपमुख्यमंत्री बनने की अटकलों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी के सभी मंत्री और पदाधिकारी, युवा विंग सहित मुख्य मंत्री एम.के. स्टालिन के सहायक के रूप में कार्य करते हैं और यह निर्णय कि कौन किस पद पर होगा, पूरी तरह मुख्यमंत्री के ऊपर निर्भर है।
उन्होंने बताया कि युवा विंग ने ही मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की राजनीतिक यात्रा की नींव रखी है और इसे बनाए रखने के लिए वे पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हैं। उधयनिधि ने युवा विंग के सदस्यों को आगामी 2026 के विधानसभा चुनावों में जीत के महत्व को लेकर जागरूक किया और उन्हें सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने की सलाह दी।
बातचीत के दौरान उन्होंने जोर देते हुए कहा कि युवा विंग के सदस्यों को प्रतिदिन कम से कम दस मिनट समय निकालकर सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना चाहिए और तथाकथित भाजपा की 'झूठी बातों' का पर्दाफाश करना चाहिए। इसमें विशेष रूप से युवाओं की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि युवा वर्ग राजनीति में महत्वपूर्व योगदान दें।
डीएमके की राजनीति में युवा विंग की भूमिका
उधयनिधि स्टालिन ने डीएमके की राजनीति में युवा विंग की भूमिका को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया, बताते हुए कि यह विंग डीएमके के भविष्य का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। युवा विंग ने कई मौकों पर पार्टी को न केवल मजबूती प्रदान की है, बल्कि इसे एक नई दिशा भी दी है।
उन्होंने कहा कि इस विंग ने हमेशा पार्टी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद की है और एम.के. स्टालिन के मुख्यमंत्री बनने में इसका महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए, वे चाहते हैं कि युवा विंग के सदस्य हमेशा सतर्क रहें और पार्टी की नीतियों और उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
राजनैतिक चुनौतियों से निपटने की रणनीति
उधयनिधि ने स्पष्ट किया कि आने वाले समय में पार्टी के सामने चुनौतियों का सामना करना होगा और इसके लिए एक मजबूत रणनीति की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके नेतृत्व में युवा विंग पूरी तरह से सक्रिय है और आगामी चुनावों में पार्टी को जीत दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि पार्टी के युवाओं को न केवल समाज के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता फैलानी चाहिए, बल्कि उन्हें पार्टी की नीतियों और योजनाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान करनी चाहिए। इसमें विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी के विचारों को पहुंचाना महत्वपूर्ण होगा, जहां जानकारी का अभाव अधिक होता है।
जनता को जागरूक करने का अभियान
उधयनिधि ने जोर देकर कहा कि युवाओं को जनता को जागरूक करने के लिए सक्रिय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी की नीतियों और योजनाओं से जनता को अवगत कराना महत्वपूर्ण है ताकि वे सही निर्णय ले सकें।
उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में सोशल मीडिया एक महत्वपूर्ण उपकरण बन चुका है और इसका सही उपयोग करके पार्टी के विचारों को जनता तक पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने युवा विंग के सदस्यों को सलाह दी कि वे सोशल मीडिया पर सक्रिय रहें और पार्टी की नीतियों और योजनाओं के बारे में पोस्ट करें।
भविष्य की दृष्टि
उधयनिधि ने बताया कि उनका लक्ष्य केवल वर्तमान चुनाव नहीं है, बल्कि वे पार्टी के दीर्घकालिक हितों का भी ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा विंग के सक्रिय और जागरूक सदस्य पार्टी को भविष्य में भी मजबूत बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का युवा विंग आगामी चुनावों में जीत दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इसके लिए हर संभव प्रयास करेगा। इस दौरान उन्होंने पार्टी के सदस्यों को सहयोग और समर्थन की भी अपील की।
समाज सेवा और युवाओं की भागीदारी
उधयनिधि ने जोर दिया कि पार्टी केवल राजनीति नहीं करती, बल्कि समाज सेवा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि युवाओं को समाज सेवा में भी आगे आना चाहिए और इसके माध्यम से समाज को सशक्त बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि युवा विंग ने कई मौकों पर समाज सेवा के माध्यम से समाज को फायदा पहुंचाया है और इसे जारी रखना है। उन्होंने सभी युवा सदस्यों से अपील की कि वे समाज सेवा के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और समाज को मजबूत बनाएं।
टिप्पणि
Shreyash Kaswa
21/जुल॰/2024युवा विंग का काम सिर्फ सोशल मीडिया पर पोस्ट करना नहीं है। ये वो जनता है जिसने डीएमके को जीत दिलाई है। अगर आप असली बदलाव चाहते हैं तो गांव-गांव जाकर बात करो, लोगों की सुनो, उनकी दर्द को समझो। ये सब ट्वीट्स और रील्स तो बस डिजिटल धोखा है।
Sweety Spicy
21/जुल॰/2024अरे भाई ये सब नाटक क्यों? युवा विंग का सचिव? हाँ बिल्कुल बहुत बड़ी बात है! जब तक तुम उपमुख्यमंत्री नहीं बने, तब तक तुम एक बड़े बच्चे की तरह बातें कर रहे हो। तुम्हारे लिए ये पद दिल के करीब है? तो तुम्हारे दिल का दर्द तो अभी तक एक फोन नंबर का बैचलर डिग्री है।
Maj Pedersen
21/जुल॰/2024उधयनिधि जी की बातें बहुत प्रेरणादायक हैं। युवाओं को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने की सलाह देना बहुत सही है। आज के युग में जानकारी ही शक्ति है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के लिए ऐसे नेता जरूरी हैं। जय हिंद!
Ratanbir Kalra
21/जुल॰/2024दिल के करीब ये बात है या बस एक शब्द है जिसे लोगों को भावुक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि आपका दिल अभी तक एक नियमित बैंक बैलेंस की तरह है जो हर दिन बदलता है और कभी भी अपनी जगह नहीं रहता
Seemana Borkotoky
21/जुल॰/2024मैं तमिलनाडु की एक छोटी सी गांव से हूं। हमारे यहां युवा विंग के लोग असली मेहनत कर रहे हैं। बिजली नहीं होती तो जनरेटर लेकर आते हैं, पानी नहीं होता तो टैंकर भेजते हैं। ये सब ट्वीट्स से नहीं होता। उधयनिधि जी ने सही कहा।
Sarvasv Arora
21/जुल॰/2024ये सब फुल्ल बकवास है। एक बच्चे को अपनी बाहों में उठाकर उपमुख्यमंत्री बनाने की बात कर रहे हो? तुम्हारे युवा विंग के लोग अपने पापा के बारे में बात कर रहे हैं ना? बस एक नाम और एक फोटो बनाओ, फिर ट्रेंड कराओ। बाकी सब तो बस बुरी आदत है।