लाहौर कलंदर्स का धमाकेदार प्रदर्शन, कराची फेल
कराची की भीड़ और अपने घरेलू ग्राउंड पर कराची किंग्स को किसी ने इस कदर हारते हुए नहीं देखा था। पाकिस्तान सुपर लीग (PSL 2025) के छठे मुकाबले में लाहौर कलंदर्स ने कराची को 65 रन से हराकर एक साफ संदेश दिया कि उनकी टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता। यह जीत सिर्फ अंक तालिका के लिए नहीं, बल्कि आत्मविश्वास के लिए भी बेहद काम की रही।
मैच की शुरुआत करने उतरी लाहौर कलंदर्स की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। शुरुआती ओवर में एक-दो मौके फिसले लेकिन चौंथी ही गेंद से फखर जमान के बल्ले की गूंज ने माहौल गर्मा दिया। फखर जमान और डेरिल मिशेल ने मिलकर 139 रन की वो साझेदारी की, जो मैच का रुख बदल गई। दोनों ने न सिर्फ गेंदबाजों पर दबाव रखा, बल्कि कराची की रणनीति को भी बिखेर दिया।
फखर जमान का 76 रन का तेज़ पारी और मिशेल का 75 रन का योगदान, दोनों ने आईपीएल स्टाइल का छौंक लगा दिया। ऐसा लग रहा था कि टीम 220 या 230 तक का स्कोर खड़ा कर देगी, मगर हसन अली ने चार विकेट लेकर बीच में कराची के लिए थोड़ी उम्मीद जगाई। आखिरकार लाहौर ने 6 विकेट पर 201 रन बनाने में कामयाबी पाई।

कराची की बल्लेबाजी धराशायी, अफरीदी-रिशाद का जलवा
इतना बड़ा लक्ष्य सामने देख कर कराची की शुरुआत ही सूखी रही। सलामी बल्लेबाज क्रीज़ पर टिक नहीं पाए और मध्य क्रम की कमजोरियां फिर से उजागर हो गईं। खुशदिल शाह ने जरूर कोशिश की और 39 रन बनाए, लेकिन किसी और से उम्मीद नहीं जगी। हसन अली ने गेंद से शानदार प्रदर्शन के बाद बल्ले से भी 27 रन ठोके, मगर वे भी नाव पार नहीं लगा पाए।
लाहौर के गेंदबाजों ने एक बार फिर साबित किया कि टीम में असली गेंदबाजी ताकत है। शाहीन अफरीदी ने अपनी रफ्तार और उछाल से कराची के खिलाड़ियों को परेशान किया, उनके खाते में 3 विकेट आए। दूसरी तरफ रिशाद हुसैन ने टर्निंग पीच का फायदा उठाते हुए तीन महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। दोनों ने मिलकर कराची की कमर तोड़ दी। कराची की पारी 19.1 ओवर में महज 136 रन पर सिमट गई।
- लाहौर की ये जीत टूर्नामेंट में उसकी मेहरबानी की वापसी मानी जा रही है।
- कराची किंग्स को नेट रन रेट में भी बड़ा झटका लगा, जिससे आगे की राह मुश्किल हो सकती है।
- कराची के बल्लेबाजों के पास तमाम मौके थे, बावजूद इसके विकेट संभाले नहीं जा सके।
15 अप्रैल 2025 को कराची के नेशनल बैंक क्रिकेट एरिना में खेले गए इस मुकाबले ने एक बार फिर दर्शा दिया – टी-20 में लय, रणनीति और संयम का ऐसा मेल जरूरी है, जो पूरे 20 ओवर तक टिक सके। अब देखना होगा कि कराची अपनी कमजोरी से कब बाहर आता है और लाहौर यह लय कब तक बरकरार रख पाता है।
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