निफ़्टी: भारत के स्टॉक मार्केट का दिलधड़कन
जब आप शेयर बाजार की खबर पढ़ते हैं तो अक्सर "निफ्टी" शब्द सुनते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि निफ्टी असल में है क्या? सरल भाषा में कहें तो यह 50 सबसे बड़ी कंपनियों का औसत मूल्य है, जो हमें बाजार के समग्र मूड का अंदाज़ा देता है.
निफ़्टी कैसे बनता है?
निफ्टी को NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) रोज़ अपडेट करता है. इसमें 50 कंपनियों को उनके मार्केट कैप के हिसाब से चुना जाता है, जैसे रिलायंस, टीसीएस, एटीएम आदि. हर कंपनी का वजन उसके बाजार में हिस्से पर निर्भर करता है, इसलिए बड़ी कंपनी की कीमत बदलने से सूचकांक पर ज्यादा असर पड़ता है.
सूचकांक को गणितीय रूप से "फ्री‑फ़्लोट मार्केट कैपिटलाइज़ेशन" विधि से निकाला जाता है. इसका मतलब है कि केवल उन शेयरों को गिना जाता है जो ट्रेडेबल हैं, न कि कंपनी के प्रोमोटर्स के पास जमा। इससे निफ्टी वास्तविक ट्रेडिंग एक्टिविटी को बेहतर दिखाता है.
निवेशकों के लिए निफ़्टी क्यों महत्त्वपूर्ण?
अगर आप शेयर में नया कदम रख रहे हैं तो निफ्टी आपका पहला मैप बन सकता है. यह बताता है कि बाजार ऊपर जा रहा है या नीचे. जब निफ्टी लगातार बढ़ता है, तो आमतौर पर लोग निवेश के मूड में होते हैं और कई कंपनियों के स्टॉक्स भी साथ‑साथ बढ़ते दिखते हैं.
निफ्टी को फ्यूचर्स और ऑप्शन्स ट्रेडिंग में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसका मतलब है कि आप निफ्टी के पूरे इंडेक्स पर सट्टा लगा सकते हैं, बिना व्यक्तिगत शेयर खरीदे। इससे पोर्टफोलियो का जोखिम कम हो सकता है, अगर सही रणनीति अपनाई जाए.
सिर्फ ट्रेडिंग ही नहीं, कई म्यूचुअल फंड और एटीएम (एसेट मैनेजमेंट) कंपनियां भी अपने फ़ंड को निफ्टी से बेंचमार्क करती हैं. जब आपका फ़ंड निफ्टी से बेहतर रिटर्न देता है, तो आप समझते हैं कि पोर्टफोलियो ने बाजार से आगे कदम बढ़ाया.
निफ्टी का उपयोग करके आप खुद की निवेश रणनीति बना सकते हैं. उदाहरण के तौर पर, अगर आप देख रहे हैं कि निफ्टी पिछले कुछ हफ्तों में लगातार 2% ऊपर गया है, तो यह एक सकारात्मक संकेत हो सकता है और आप बड़े‑कॅप स्टॉक्स को खरीदने पर विचार कर सकते हैं.
ध्यान रखें, निफ्टी सिर्फ़ एक औसत है. इसका मतलब ये नहीं कि हर कंपनी का प्रदर्शन समान होगा. कुछ कंपनियां इंडेक्स से पीछे रह सकती हैं, जबकि कुछ नई ऊँचाइयों को छू सकती हैं. इसलिए व्यक्तिगत स्टॉक्स की बुनियादी जांच भी ज़रूरी है.
आजकल निफ्टी के साथ-साथ Nifty Bank, Nifty IT आदि सेक्टर‑स्पेसिफ़िक इंडेक्स भी लोकप्रिय हुए हैं. अगर आप किसी खास सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं तो इन सब‑इंडेक्स को देखना फायदेमंद रहेगा.
संक्षेप में, निफ्टी आपके लिए बाजार का तापमान मापने वाला थर्मामीटर है. इसे समझकर आप बेहतर निर्णय ले सकते हैं और जोखिम को नियंत्रित कर सकते हैं. अगली बार जब भी शेयर मार्केट की खबर पढ़ें, तो निफ्टी के मूवमेंट पर एक नजर जरूर डालें – यही आपका शुरुआती गाइड रहेगा।
बाजार की चाल: सेंसेक्स और निफ्टी में शुरूआती गिरावट के बाद जबरदस्त उछाल
भारतीय शेयर बाजार में 5 नवंबर, 2024 को शुरूआती गिरावट के बाद अद्वितीय मोड़ देखने को मिला। पहले सेंसेक्स 326.58 अंकों की गिरावट के साथ 78,455.66 पर और निफ्टी 86.7 अंकों की गिरावट के साथ 23,908.65 पर बंद हुए। हालांकि, दोपहर तक दोनों सूचकांक संभल गए। इस दिन के प्रमुख स्टॉक्स में वोडाफोन आइडिया, टीसीएस और एचडीएफसी बैंक शामिल रहे। एशियाई बाजारों में भी सकारात्मक रुझान देखने को मिला।
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